बांसवाड़ा.जिला पुलिस अधीक्षक ने राज तालाब थाने में तैनात एक कांस्टेबल को देर रात निलंबित कर दिया. कांस्टेबल पर आरोप है कि वह अवैध डोडा चूरा का गिरोह चला रहा था. पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद आरोपी के घर से 24 किलोग्राम डोडा चूरा बरामद भी किया है. इसमें डोडा का चूरा और पाउडर दोनों शामिल हैं. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल सुनील की पत्नी, दो साथी और डोडा उपलब्ध कराने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि पाली एसपी से मिले एक इनपुट के बाद डीएसपी के निर्देशन में कोतवाली की एक टीम ने जीपीओ सर्किल के पीछे आरोपी कांस्टेबल सुनील के घर पर छापा मारा गया. यहां से 22 किलो 190 ग्राम डोडा चूरा और 2 किलो 980 ग्राम डोडा का पाउडर जब्त किया गया. डोडा मिलते ही पूरे तंत्र को एक्टिव कर दिया गया. साथ ही आरोपी की पत्नी गुड्डी निवासी गोदावास कला, थाना कल्याण बीकानेर को गिरफ्तार कर लिया गया. इसकी पुष्टि होते ही राज तालाब सीआई दीपक कुमार ने कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उसके साथी बीकानेर के गोदावास कला के रहने वाले सहीराम पुत्र भेराराम, कालूराम पुत्र ओमाराम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. सुनील से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई तो उसने राज उगल दिया. डोडा उपलब्ध कराने वाले का पता भी बता दिया. शाम होते-होते मध्य प्रदेश रतलाम जैठाना के मुकेश पुत्र राधेश्याम बैरागी को भी पकड़ लिया गया. इसके बाद मध्य प्रदेश से कार सहित उसे बांसवाड़ा लाया गया है.
खाते-खाते बन गया तस्कर : प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी मारवाड़ का रहने वाला है. वहां पर डोडा का नशा सामान्य सा माना जाता है. ऐसे में आरोपी भी लंबे समय से डोडा का नशा करने लगा था. नशा करते करते तस्करों के संपर्क में आ गया. ऐसे में एक सरगना ने उसे वर्दी के दुरुपयोग की सलाह देकर धंधे में आने को कहा. इसके बाद आरोपी कांस्टेबल सुनील झांसे में आ गया. बता दें कि बीकानेर क्षेत्र में डोडा चूरा की डिमांड काफी अधिक है. तस्कर 2 हजार के डोडा चूरा को 5000 रुपए प्रति किलोग्राम तक या इससे अधिक भी आसानी से बेचते हैं.