नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:ग्रेटर नोएडा व नोएडा के किसान नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के आश्वासन पर देर शाम धरना खत्म करने पर राजी हो गए. गुरुवार को सुबह से किसानों के धरना प्रदर्शन और दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश के चलते दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही. रात तक जाम से राहत नहीं मिली. बता दें कि ग्रेटर नोएडा के किसान लंबे समय से नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने, प्राधिकरणों से 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा देने, 10 फीसद आबादी के भूखंड़ देने, पुरानी आबादी को छोड़ने, आबादी की शिफ्टिंग कराने, समेत अन्य मांग कर रहे हैं.
दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर दर्जनों गांव के किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का यह आंदोलन दिन-रात जारी है. इसके बाद किसानों ने गत बुधवार को महापंचायत की थी और दिल्ली में कूच करने का निर्णय लिया था. इसी कड़ी में गुरुवार को किसान दिल्ली कूच के लिए तैयार थे, लेकिन पुलिस जगह-जगह बैरिकेडिंग कर कर किसानों को दिल्ली जाने से रोक दी.
किसानों के दिल्ली कूच करने की सूचना के बाद पुलिस ने विभिन्न जगहों पर सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी थी. वहीं दिल्ली कूच के लिए जाने वाले कुछ किसानों को पुलिस ने जगह-जगह गिरफ्तार भी किया. ग्रेटर नोएडा में दादरी क्षेत्र के आसपास के किसानों को पुलिस गिरफ्तार कर बादलपुर स्थित अंबेडकर पार्क ले गई थी. इसके अलावा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग भी की थी. वहीं किसानों का नेतृत्व कर रहे सुखबीर खलीफा ने कहा था जब तक हमारे अरेस्ट किए गए लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक हम पुलिस से वार्ता नहीं करेंगे.