वाराणसी :पीएम मोदी ने बनारस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है. मोदी ने कहा है कि जिनके खुद के होश ठिकाने नहीं हैं, वे मेरी काशी के युवाओं को नशड़ी बता रहे हैं. ये परिवारवादी लोग हैं. इनकी यही असलियत है. परिवारवादी युवा असली युवा से डरते हैं. उनको लगता है कि सामान्य युवा को अवसर मिला तो चुनौती देगा. आजकल उनकी बौखलाहट का एक और कारण है. इनको काशी और अयोध्या का नया स्वरूप पसंद नहीं आ रहा है. यह लोग अपने भाषण में राम मंदिर को लेकर कैसी-कैसी बातें करते हैं, हमले करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी की धरती से इंडी गठबंधन को सीधे सीधे निशाने पर लिया. बनारस काशी संकुल के उद्घाटन समारोह और पूर्वांचल के लिए 13 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरांत पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कहा कि दशकों के भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण ने यूपी को पिछड़ा रखा. यूपी को बीमारू राज्य बनाया गया, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया. कांग्रेस के शाही परिवार का कहना है कि काशी के नौजवान नशेड़ी हैं. मोदी को गाली देते देते दो दशक बिता दिए, अब ये लोग यूपी के नौजवानों पर फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं.
परिवारवादियों को वही पसंद आते हैं, जो दिन रात इनकी जय जयकार करें
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को ललकारते हुए कहा कि काशी और यूपी का नौजवान विकसित यूपी बनाने में जुटा है. अपना समृद्ध भविष्य लिखने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रहा है. यूपी के युवा कांग्रेस और इंडी गठबंधन द्वारा किया गया अपमान कभी नहीं भूलेंगे. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और सपा पर हमलावर रुख अख्तियार करते हुए कहा कि परिवारवादी हमेशा युवा शक्ति और टैलेंट से डरते हैं. उन्हें लगता है कि सामान्य युवा को अवसर मिला तो वह हर जगह चुनौती देगा. इन्हें वही पसंद आते हैं जो दिन रात इनकी जय जयकार करते रहें.
नहीं पता था कि कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से नफरत है : मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि इनके गुस्से और बौखलाहट का एक और कारण यह है कि इन्हें काशी और अयोध्या का नया स्वरूप पसंद नहीं आ रहा है. ये राममंदिर को लेकर कैसी कैसी बातों से हमला करते हैं. मुझे नहीं पता था कि कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत है. ये अपने परिवार और वोट बैंक से बाहर कुछ सोच ही नहीं पाते. जब चुनाव आता है तो ये लोग साथ आते हैं. जब परिणाम नील बटा सन्नाटा होता है तो एक दूसरे को गाली देकर अलग हो जाते हैं. मोदी ने भोजपुरी में इंडी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि 'ई बनारस हव इहां सब गुरू ह, इहां इंडी गठबंधन क पैंतरा ना चली. बनारस नाहीं पूरे यूपी के पता हव कि माल वही है पैकिंग नई है'' प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार तो इनको जमानत बचाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ेगा.
10 साल में बनारस हमके बनारसी बना देहलस
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में करते हुए कहा, ''काशी की धरती पर आज एक बार फिर आवे क मौका मिलल हव. जबतक बनारस नाहीं आइत तबतक हमार मन नाहीं मानेला. 10 साल पहिले आप लोग हमके बनारस क सांसद बनइला, अब 10 साल में बनारस हमके बनारसी बना देलस.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 13 हजार करोड़ से ज्यादा की 45 परियोजनाएं हैं, जो पूर्वांचल और पूर्वी भारत के विकास को गति देंगी. इसमें रेल, रोड, एयरपोर्ट, पशुपालन, उद्योग, स्पोर्ट, कौशल विकास, स्वास्थ्य, स्वच्छता, अध्यात्म, पर्यटन, एलपीजी गैस जैसे अनेक क्षेत्रों से जुड़े कार्य हैं. इससे रोजगार के बहुत से नए अवसर बनेंगे. कहा कि संत रविदास जी की जन्मस्थली से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का आज लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है.
फुलवरिया फ्लाईओवर वाराणसी के लिए वरदान साबित हुआ
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी और पूर्वांचल में कुछ भी अच्छा होता है तो मुझे आनंद होना बहुत स्वाभाविक है. कहा कि फुलवरिया फ्लाईओवर वाराणसी के लिए वरदान साबित हुआ है. पहले बीएलडब्ल्यू से बाबतपुर एयरपोर्ट जाना होता था तो दो से तीन घंटे पहले निकलना होता था. जितना समय वाराणसी से दिल्ली जाने में नहीं लगता था, उससे ज्यादा देर फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचने में लगता था. अब इस फ्लाईओवर ने समय को आधा कर दिया है. इसके अलावा सिगरा स्टेडियम के कार्य का लोकार्पण किया गया है. बनारस के युवाओं के लिए आधुनिक शूटिंग रेंज की स्थापना की गई है. यहां आने से पहले बनास डेयरी प्लांट पर पशुपालक बहनों से बात करने का अवसर मिला. किसान परिवार की बहनों को दो तीन साल पहले स्वदेशी नस्ल की गीर गाय दी गई थी. मकसद था कि पूर्वांचल में बेहतर नस्ल की स्वदेशी गायों को लेकर जानकारी बढ़े. किसानों पशुपालकों को फायदा मिले. आज यहां साढ़े तीन सौ के करीब गीर गायों की संख्या पहुंच गई है. पहले जहां सामान्य गाय से 5 लीटर दूध मिलता था वहीं गीर गाय 15 लीटर दूध देती है. इससे इन बहनों को हर महीने हजारों रुपए की अतिरिक्त कमाई हो रही है. हमारी बहनें लखपति दीदी बनने लगी हैं. ये स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 10 करोड़ बहनों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.
बनारस और आसपास के जिलों के पशुपालकों को होगा लाभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि बनास डेयरी का शिलान्यास दो साल पहले किया गया था. तब गोपालकों को इस प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने की गारंटी दी थी. आज मोदी की गारंटी आपके सामने है. मोदी की गारंटी यानी योजना पूरा होने की गारंटी. सही निवेश से रोजगार के अवसर कैसे पैदा होते हैं, बनास डेयरी इसका उदाहरण है. ये डेयरी बनारस, मिर्जापुर, गाजीपुर, रायबरेली के पशुपालकों से प्रतिदिन दो लाख लीटर दूध इकट्ठा कर रही है. प्लांट चालू होने के साथ चंदौली, बलिया और आजमगढ़ सहित अन्य जिलों के पशुपालकों को भी लाभ होगा. इन जिलों के हजार से अधिक गांवों में दुग्ध मंडियां बनेंगी. पशुपालकों का ज्यादा दूध ज्यादा कीमत पर बिकेगा. ये प्लांट पशुपालकों को बेहतर पशुओं के नस्ल के लिए जागरूक और प्रशिक्षित भी करेगा. साथ ही इससे रोजगार के हजारों नये अवसर बनेंगे. इससे पूरे इलाके में तीन लाख से ज्यादा किसानों की आय बढ़ेगी. यहां दूध के अलावा छाछ, दही, लस्सी, आइस्क्रीम, पनीर सहित अनेक प्रकार की स्थानीय मिठाइयां बनेंगी. इससे इन्हें बेचने वालों को भी रोजगार मिलेगा. ये प्लांट बनारस की मिठाइयों को देश के कोने कोने में पहुंचाने में मदद करेगा. पशु आहार से जुड़े दुकानदार और स्थानीय वितरकों का भी रोजगार बढ़ेगा.
काशी कचरे से कंचन बनाने के मामले में मॉडल बन चुकी है
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने के साथ अब पशुपालकों को उर्वरक दाता बनाने के लिए प्रयासरत है. हम पशुपालकों को दूध के अलावा गोबर से भी कमाई के अवसर दे रहे हैं. डेयरी प्लांट से बायो सीएनजी बने और इस प्रक्रिया में जैविक खाद कम दाम में किसानों को मिले. इससे प्राकृतिक खेती को और बल मिलेगा. गोबरधन योजना के तहत गोबर और दूसरे कचरे से बायोगैस बनाई जा रही है. इससे साफ सफाई के साथ कचरे का पैसा मिलता है. काशी कचरे से कंचन बनाने के मामले में मॉडल बन चुकी है. आज एक और प्लांट का लोकार्पण हुआ है, जहां 600 टन कचरे को 200 टन चारकोल में बदला जाएगा.
किसान और पशुपालक हमेशा से भाजपा सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता