नई दिल्ली:11 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर लोगों को समर्पित कर दिया. द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली और गुरुग्राम के लाखों लोगों को न सिर्फ आने जाने में सहूलियत होगी, बल्कि जाम से भी मुक्ति मिलेगी. साथ ही एयरपोर्ट आने जाने वालों के लिए भी बड़ी सुविधा होगी.
द्वारका एक्सप्रेसवे कई मायनों में बेहद खास है. इसकी कीमत अब तक के किसी भी प्रोजेक्ट की तुलना में सबसे अधिक है. लगभग 9000 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हुआ है. इतना ही नहीं सिंगल पिलर पर 9 किलोमीटर और 8 लाइन का यह एक्सप्रेसवे इसे और बेहद खास बनाता है. एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 30 किलोमीटर है और इसमें से 19 किलोमीटर का हिस्सा गुरुग्राम से होकर गुजरता है. जबकि, बाकी का हिस्सा दिल्ली में है. यह हाईवे दिल्ली के द्वारका से शुरू होकर जयपुर को जोड़ता है.
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से द्वारका और दिल्ली के दूसरे हिस्सों से गुरुग्राम जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी. एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड भी खुल गया. जिससे नेशनल हाईवे 48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार होगा. इस रूट के खुलने से इस रास्ते से लगभग 1 लाख लोग जो रोज यात्रा करते हैं. उनके लगभग 20 मिनट के समय की बचत होगी.
एक्सप्रेस-वे को चार हिस्सों में बांटा गया है. सबसे पहला हिस्सा महिपालपुर शिवजी की मूर्ति से जोड़ता है. दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड से बाजघेड़ा तक को जोड़ता है. तीसरा हिस्सा बाजघेडा से बसई रेलवे ओवरब्रिज है. जबकि, चौथा हिस्सा बसई और रेलवे ओवर ब्रिज खेरकी दौला तक है. इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले नेशनल हाईवे के हिस्से में ग्लोबल लीफ इंटरचेंज शामिल है.