खूंटीः जिला के जंगलों में एके 47 लेकर घूमने वाले नक्सली संगठन पीएलएफआई का हार्डकोर सदस्य सनिका कंडुलना उर्फ बच्चा उर्फ चरका को रनिया पुलिस ने गुरुवार को उसके गांव से गिरफ्तार किया है. सनिका कंडुलना पर खूंटी, सिमडेगा और गुमला जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक नक्सली मामले दर्ज हैं. 2019 में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में उसे पकड़ा गया था लेकिन 2020 में जेल से छूटने के बाद संगठन से जुड़कर नक्सली कांडों को अंजाम देने लगा.
तोरपा डीएसपी खिस्तोफर केरकेट्टा ने तोरपा में प्रेस कांफ्रेंस कर सनिका कंडुलना उर्फ बच्चा उर्फ चरका की गिरफ्तारी का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि कई कांडों का वांछित नक्सली रनिया क्षेत्र में भ्रमणशील है. सूचना पर डीएसपी खिस्तोफर केरकेट्टा के निर्देशन में इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह और गठित टीम रनिया थाना क्षेत्र में अभियान शुरू किया. इसी दौरान अंधुआईल मोड़ के पास वो पुलिस को देख भागने लगा लेकिन गठित टीम ने उसे खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया.
डीएसपी खिस्तोफर केरकेट्टा ने बताया कि गिरफ्तार रनिया थाना क्षेत्र के उडीकेल स्तिथ बड़काटोली निवासी सनिका कंडुलना उर्फ बच्चा के खिलाफ जिला के रनिया, सिमडेगा जिला के बानो जबकि गुमला जिला के कामडारा थाना में आधा दर्जन से अधिक नक्सली कांड दर्ज हैं और सभी मामलों में वो फरार चल रहा था. डीएसपी ने बताया कि 2019 में एक मुठभेड़ के बाद सनिका की गिरफ्तारी हुई थी. लेकिन वर्ष 2020 में जेल से छूटते ही वो नक्सली कांडों को अंजाम देने लगा. डीएसपी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद नक्सली सनिका को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार 30 अप्रैल 2023 को तपकारा पुलिस ने पीएलएफआई का एरिया कमांडर सुखराम गुड़िया उर्फ रोड़े को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार सनिका कंडुलना उर्फ बच्चा भी सुखराम दस्ते के साथ रहकर बड़ी वारदातों को अंजाम देता था. लेकिन उस दिन सनिका कुंडुलना ने सुखराम से छुट्टी लेकर अपने गांव गया था, जिसके कारण वो बच गया था लेकिन 9 महीने बाद सनिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.