उत्तरकाशी: यमुनोत्री क्षेत्र में टनल पार्किंग के निर्माण की संभावनाओं की पड़ताल के लिए नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) और जिला प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने आज जानकीचट्टी क्षेत्र में स्थलीय निरीक्षण कर प्रारंभिक तौर पर तीन स्थानों को चिन्हित किया है.
चारधाम यात्रा को देखते हुए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में टनल पार्किंग बनाए जाने पर लंबे समय से विचार किया जा रहा था. जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए संबंधित विभागों के साथ ही कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल को शुरुआती सर्वेक्षण, स्थल चयन और डीपीआर निर्माण की कार्रवाई तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए थे.
जिलाधिकारी ने मई 2024 में एनएचआईडीसीएल के विशेषज्ञों के साथ गंगोत्री का दौरा कर टनल पार्किंग के लिए स्थल का चयन और स्थलीय निरीक्षण कर इस परियोजना की डीपीआर बनाने से पूर्व अलग-अलग विकल्पों के एलाइनमेंट प्रस्तुत करने को कहा था.
बुधवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक में गंगोत्री धाम में टनल पार्किंग के निर्माण के लिए प्रस्तावित एक एलाइनमेंट का अनुमोदन कर शासन को भेजे जाने का निर्णय लिया गया था. इसी बैठक में जिलाधिकारी ने यमुनोत्री क्षेत्र में भी टनल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थल तलाशे जाने हेतु तुरंत संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किए जाने की हिदायत दी थी.
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार प्रशासन एवं एनएचआईडीसीएल के विशेषज्ञों ने आज जानकीचट्टी क्षेत्र का दौरा कर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों एवं तीर्थ पुरोहितों के प्रतिनिधियों के साथ टनल पार्किंग निर्माण के प्रस्ताव पर चर्चा की और स्थानीय लोगों की राय ली. अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास की अगुवाई में इस संयुक्त निरीक्षण दल में उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला, जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विनीत रस्तोगी, एनएचआईडीसीएल के डीजीएम शादाब इमाम, साइट इंचार्ज पंकज रावत, जिओ टेक्निकल इंजीनियर और डीपीआर कंसलटेंट शुभम भट्ट, प्लानिंग मैनेजर शुभम राज आदि शामिल थे.
संयुक्त निरीक्षण टीम ने प्रारंभिक तौर पर जानकीचट्टी में लोनिवि अतिथि गृह के पास, यमुना मंदिर के निचले क्षेत्र में और जानकीचट्टी रोड शीर्ष के निकट तीन स्थानों को टनल पार्किंग के लिए संभावित स्थलों के तौर पर चिन्हित किया है. इन स्थानों का भूवैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों से विस्तृत सर्वेक्षण कराकर टनल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान का चयन कर अंतिम प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंःकांडा रामपुर में ग्रामीणों का हल्ला बोल, रोका रेलवे प्रोजेक्ट का काम, टनल में फंसे आठ मजदूर