विधानसभा में पानी पर चर्चा (video Source Rajasthan Vidhansabha) जयपुर: राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को पेयजल की स्थिति पर चर्चा की गई. पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने प्रदेश में पेयजल किल्लत को लेकर विचार रखे. इसके बाद PHED मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि जल जीवन मिशन में कांग्रेस के समय में हुई गड़बड़ियों की सजा भाजपा को मिली और लोकसभा चुनाव में पार्टी 11 सीट हारी. उन्होंने कहा, कांग्रेस और उनके साथी के सदस्य खुश हो रहे हैं कि उन्होंने 11 सीट जीत ली. जबकि इनके पापों की सजा जनता ने हमें दी है. जनता टो यही कहती है कि हमने आपको सत्ता सौंप दी. लेकिन कांग्रेस के समय में इतनी गड़बड़ियां हुई कि आगे काम करना हमारे लिए मुश्किल हुआ. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में काम की धीमी गति के कारण जल जीवन मिशन में आज प्रदेश 33वें स्थान पर है.
ईआरसीपी में प्रदेश को मिलेगा 3400 एमसीएम पानी:मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी के नाम पर सिर्फ राजनीति की. हमारी सरकार ने आते ही मध्यप्रदेश के साथ दिल्ली में एमओयू किया. इसके तहत प्रदेश को 3400 एमसीएम पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस योजना को लेकर राजस्थान और मध्यप्रदेश की डीपीआर बन रही है. योजना पर 48 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. जिसमें से 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार देगी.
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ब्राह्मणी नदी योजना पर भी काम: मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि पानी पर चर्चा के दौरान दौरान ब्राह्मणी नदी योजना का मुद्दा भी सामने आया. हम इसकी डीपीआर पर भी काम कर रहे हैं. यह योजना 148 किलोमीटर लंबी है. जिस पर करीब 8 हजार करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद है. जिससे करीब 500 एमसीएम पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हरियाणा के साथ यमुना का पानी राजस्थान के तीन जिलों में लाने के लिए भी समझौता किया है.
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तो मेरे विभाग में एक भी कर्मचारी नहीं बचेगा: मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई की जा रही है और 40 से ज्यादा अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है. लेकिन अगर नीचे तक जाकर कार्रवाई करने लगेंगे, तो हमारे विभाग में एक भी कर्मचारी नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि डिस्कॉम की तर्ज पर पीएचईडी में विजिलेंस विंग बनाने पर भी विचार किया जा रहा है. जो अवैध कनेक्शन को लेकर कार्रवाई करेगी और अवैध जल कनेक्शन करने वालों ओर कड़ा जुर्माना भी लगाया जाएगा.