कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों से ऊंचाई वाले इलाकों पर बारिश हो रही है. जिसके बाद ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम और अधिक सुहावना हो गया है. ऐसे में मैदानी इलाकों की भीषण गर्मी से बचने के लिए बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में सैलानी पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं. प्रदेश में रोजाना बड़ी संख्या में सैलानी पर्यटन क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं.
रोहतांग पास बना सैलानियों की पसंद
जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली और रोहतांग दर्रा भी सैलानियों के लिए आकर्षण का खास केंद्र बना हुआ है. वहीं, जब से रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बहाल हुआ है, बड़ी संख्या में सैलानी यहां की खूबसूरत बर्फीली वादियों का दीदार करने के लिए आ रहे हैं. रोहतांग पास की ओर जाने वाले सैलानियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.
रोहतांग पास के परमिट जरूरी
ऐसे में अगर बाहरी राज्यों के सैलानी रोहतांग पास की हसीन वादियों को निहारने का सोच रहें हैं, तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें. रोहतांग पास जाने के लिए परमिट लेना जरूरी है. अगर सैलानी रोहतांग पास की सैर अपनी गाड़ी में करना चाहते हैं तो इसके लिए एक सप्ताह पहले ही परमिट बुक करवाना होगा. बिना परमिट के रोहतांग पास में किसी को भी एंट्री नहीं मिलेगी.
रोहतांग पास के लिए परमिट कैसे प्राप्त करें?
एसडीएम मनाली रमन शर्मा ने बताया कि एनजीटी के आदेशानुसार रोहतांग पास के लिए एक दिन में सिर्फ 1200 गाड़ियों को ही जान की अनुमति है. 1200 परमिट बुक होने पर सरकार को 6.60 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि रोहतांग पास जाने के लिए सैलानियों को अगर ऑनलाइन परमिट के लिए आवेदन करना है तो गूगल में जाकर रोहतांग परमिट लिखें तो इसकी साइट खुल जाएगी. ऑफलाइन परमिट एसडीएम कार्यालय मनाली से प्राप्त किया जा सकता है.
28 जून तक सभी परमिट एडवांस में बुक