नाहन: कौन कहता है कि इस देश में लोग काबिल लोगों से प्यार नहीं करते है. अफसर तो कई आते हैं और कई जाते हैं, लेकिन कुछ ही अपने काम की छाप छोड़ पाते हैं. दुनिया इन्हें ही अपनी नजर में काबिल मानती है और सिर आंखों पर बिठाती है. आज आईपीएस रमन कुमार मीणा को लोगों ने भावुक विदाई दी. विदाई के दौरान उन्हें युवाओं ने कंधों पर में युवाओं और पुलिस कर्मियों ने उन्हें जुलूस के रूप में गाजे बाजे के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक पहुंचाया, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान आईपीएस रमन कुमार मीणा काफी भावुक नजर आए.
दरअसल पदोन्नति के बाद आईपीएस अधिकारी रमन कुमार मीणा अपनी रिलीविंग का इंतजार कर रहे थे. प्रदेश सरकार की ओर से एसपी सिरमौर के पद पर एनएस नेगी को नियुक्ति देने के बाद एसएसपी/डीआईजी मीणा ने जिला सिरमौर से विदाई ली. ढाई सालों के कार्यकाल दौरान उनकी सिरमौर जिला के लिए बेहतरीन सेवाओं को देखते हुए लोगों ने उन्हें शानदार विदाई दी. जैसे ही रमन कुमार मीणा अपने आवास से एसपी कार्यालय के लिए निकले, तो चौगान मैदान के समीप लोगों सहित युवाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और सिरमौर की पारंपरिक बीन सहित गाजे-बाजे के साथ उन्हें कंधों पर बिठा लिया. इसके बाद पुलिस लाइन नाहन में उन्हें पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. साथ ही उनकी पदोन्नति सहित नई पारी के लिए पुलिस अधिकारियों सहित कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी. इस दौरान लोग और डीआईजी रमन कुमार मीणा भावुक नजर आए.
![रमन कुमार मीणा का स्वागत करते पुलिस जवान और लोग](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23496769_ips2.jpg)
नशा कारोबारियों के लिए खौफ बने रहे मीणा
लॉ एंड ऑर्डर की बात करें तो अढ़ाई वर्षों के कार्यकाल में युवा आईपीएस अधिकारी मीणा ने नशे के कारोबारियों की कमर तो तोड़ी ही, बल्कि शराब सहित अन्य माफियाओं के लिए भी वो खौफ बने रहे. उन्होंने नशे का काला कारोबार करने वाले लोगों पर शिकंजा कसते हुए न केवल आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि पिछले एक वर्ष में ही नशा कारोबारियों की एक करोड़ से अधिक की चल व अचल संपत्ति भी सीज करवाई. हालांकि कुछेक मामलों में आईपीएस अधिकारी को चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा, लेकिन उन्होंने यहां हर बाधा को पार कर लॉ एंड आर्डर को बरकरार रखते हुए अपनी काबिलियत का भी बखूबी परिचय दिया.
![डीआईजी कुमार मीणा को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23496769_ips1.jpg)
सड़क हादसों में कमी लाने का प्रयास
रमन कुमार मीणा सिरमौर में अपने कार्यकाल के दौरान सड़क हादसों में कमी लाने का प्रयास किया. इसके साथ ही उन्होंने अवैध शराब के कारोबार और खनन माफिया पर नकेल कसी. इसी के कारण उन्होंने जनता के बीच अपनी अच्छी छवि बनाई थी. आज जनता ने उन्हें सिरमौर से भावुक विदाई दी.
![आईपीएस रमन कुमार मीणा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23496769_ggg_aspera.jpg)
लोगों का जताया आभार
पुलिस लाइन में अपनी विदाई के दौरान डीआईजी रमन कुमार मीणा ने कहा कि जिला में ढाई वर्षों का समय बहुत ही शानदार गुजरा. जिला की पुलिस टीम, आम नागरिकों सहित शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करते हुए मीणा ने कहा कि, 'यहां उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने उम्मीद जताई कि जिला में नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम आगे भी जारी रहेगी और सभी लोग इस अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर बेहतर समाज बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. यही उनकी ईश्वर से कामना है. जिला सिरमौर उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा. ऐसा कभी नहीं हो सकता कि वो कभी इस जिला और यहां के लोगों को भूल पाएं. सभी से उनका नाता बना रहेगा.'
हाल ही में डीआईजी पद पर हुए प्रमोट
दरअसल 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी रमन कुमार मीणा के लिए जिला सिरमौर सही मायनों में ‘सिरमौर’ साबित हुआ. करीब ढाई साल पहले एसपी बनकर जिला सिरमौर में आए मीणा ने यहां रहते हुए डीआईजी का रुतबा हासिल किया. जिला के वो पहले आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें एसपी रहते हुए एसएसपी की पदोन्नति मिली और फिर सिरमौर में ही उन्हें करीब एक महीने पहले डीआईजी पद पर प्रमोट किया गया. अब वो दिल्ली में सीबीआई में डीआईजी का पदभार संभालेंगे. फिलहाल पिछले करीब एक माह से वह यहां हिमाचल सरकार से रिलीविंग का इंतजार कर रहे थे.
![डीआईजी रमन कुमार मीणा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23496769_577_23496769_1738942670637.png)
इन पदों पर दे चुके हैं सेवाएं
डीआईजी रमन कुमार मीणा जिला सिरमौर से पहले हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल के एडीसी के पद पर तैनात रहे. इससे पूर्व वह हिमाचल में एसपी क्राइम, एसपी हमीरपुर और एसपी लाहौल स्पीति में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी रमन कुमार मीणा मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिला के रहने वाले हैं. बता दें कि इस युवा अधिकारी ने 2018 में दिल्ली एम्स में अपनी बॉडी दान करने की औपचारिकताएं भी पूरी की थी, जो उनके समाज सेवा के संकल्प को भी दर्शाता है.