हरियाणा एवं राजस्थान के मध्य दूषित पानी का विवाद (ETV Bharat Alwar) अलवर. पानी को लेकर अलवर ही नहीं पूरे प्रदेश में त्राहि-त्राहि मची है, लेकिन औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में बारिश एवं उद्योगों से निकलने वाले पानी भराव दो राज्यों के बीच बड़ा विवाद का कारण बना है. यह समस्या पुरानी होने के कारण स्थानीय लोगों के समक्ष रोजगार का संकट खड़ा होने लगा है, जिसके चलते लोग पलायन को भी मजबूर हैं. पानी भराव की समस्या से राजस्थान के भिवाड़ी एवं हरियाणा के बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं.
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में उद्योग इकाई होने के कारण हरियाणा एवं राजस्थान के मध्य दूषित पानी का विवाद पुराना है. इस कारण कई बार दोनों राज्यों के समक्ष कानून व्यवस्था की समस्या भी उत्पन्न हो चुकी है. पानी भराव की समस्या के निराकरण को लेकर राजस्थान व हरियाणा प्रशासन की मीटिंग भी हो चुकी है, लेकिन समस्या का स्थाई हल नहीं निकल सका है. इस विवाद का खमियाजा भिवाड़ी बाइपास क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है. गंदे पानी के भराव की समस्या से स्टेट हाईवे संख्या 25 अलवर-भिवाड़ी एवं नेशनल हाईवे संख्या 919 रेवाड़ी-सोहना प्रभावित हो रहा है. इस समस्या के चलते स्थानीय लोगों के काम-धंधे चौपट हो चुके हैं. लोग अपने घर व दुकान छोड़कर दूसरे क्षेत्रों में पलायन करने को मजबूर हैं.
पढ़ें.मूसलाधार बारिश से कॉलोनी हुई जलमग्न, घरों और दुकानों में घुसा पानी - Rain in kuchaman city
एक साल से ज्यादा समय से सड़क मार्ग बंद :भिवाड़ी पार्षद हवा सिंह दायमा व स्थानीय लोगों ने कहा कि भिवाड़ी बाइपास रोड पानी भराव की समस्या के चलते एक साल से ज्यादा समय से आवागमन के लिए बंद है. भिवाड़ी बाइपास रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र व आवासीय क्षेत्र में बारिश का पानी जमा होकर हरियाणा की ओर जाता है. इससे हरियाणा के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. दूषित व दुर्गन्धयुक्त पानी हरियाणा क्षेत्र स्थित कॉलोनियों एवं सीमावर्ती क्षेत्र के बाजारों में पानी जमा होने से दुकानों और शोरूम में भी पानी जमा हो जाता है. इस समस्या से त्रस्त लोग विरोध करते रहे हैं.
भिवाड़ी वार्ड पार्षद हवा सिंह दायमा ने कहा कि कुछ महीनों पहले पानी भराव की समस्या के दौरान ही हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक कार्यक्रम में शामिल होने रेवाड़ी आए. लोगों की ओर से उन्हें पानी भराव की समस्या से अवगत कराने पर उन्होंने अधिकारियों को राजस्थान से आने वाले पानी रोकने के आदेश दिए. इस पर अधिकारियों ने सोहना-रेवाड़ी हाईवे पर 5 से 6 फीट ऊंचे रैंप बना दिए. वहीं, हरियाणा से दिल्ली की ओर जाने वाले मार्ग पर मिट्टी के टीले बना दिए.
स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी भराव की समस्या से भिवाड़ी बाइपास स्थित कई मल्टी स्टोरेज कॉम्प्लेक्स, स्कूल, बैंक व मॉल से अछूते नहीं रहे हैं. उद्योगों से निकलने वाला दूषित एवं बारिश का पानी जमा होने से कामकाज ठप रहने लगा है. पिछले एक साल से ज्यादा समय से कुछ ऐसे ही हालात बने हैं. बैंक मैनेजर सौरभ ने बताया कि इस क्षेत्र में 20 से ज्यादा बैंक हैं. हजारों लोग इन बैंकों में कामकाज के लिए आते जाते हैं. इस क्षेत्र में पानी जमा होने से बैंक कर्मियों एवं उपभोक्ताओं को परेशानी होती है. जल भराव की परेशानी से बचने के लिए बैंक कर्मी गाड़ी दूर ही खड़ी करके पैदल बैंक तक पहुंचते हैं.
पढ़ें.बारिश से टोंक बेहाल, बीसलपुर बांध में एक ही दिन में आया 50 दिन का पानी, अगले 2 दिनों तक स्कूलों की छुट्टी - Heavy Rain in Tonk
पानी भराव रोकने के लिए बनाई दीवार :स्थानीय लोगों ने कहा कि गंदे पानी से बचने के लिए लोगों ने दुकान, शोरूम व घरों के आगे पक्की ऊंची दीवार बना दी है. खुद पार्षद ने अपने घर के गेट पर मिट्टी का टीला बना दिया है. पानी भराव से घरों की दीवारों में सीलन आने और फर्श उखड़ने लगी है।. वहीं, दीवारों से प्लास्टर गिरने लगा है. पानी भराव से परेशान लोगों ने अपने घरों पर आने-जाने के लिए रास्ते तक बदल लिए हैं.
भिवाड़ी इंटीग्रेटेड विकास प्राधिकरण (BIDA) की सीईओ सलोनी खेमका ने बताया कि भिवाड़ी बाइपास पर जल भराव की समस्या पानी का नेचुरल फ्लो हाईवे की तरफ होने से व नाले के ऑब्स्ट्रक्शन के चलते हैं. इसके लिए भिवाड़ी प्रशासन व राजस्थान सरकार ने गाइडलाइंस के साथ मैंडेट दिया कि लोगों की इस समस्या का हल निकाले. इसके लिए BIDA की ओर से लॉन्ग टर्म प्लानिंग के लिए ड्रेनेज के लिए डीपीआर तैयार की गई है. साथ ही इस मानसून सीजन में स्थानीय लोगों को जल भराव की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन की ओर से टीम बनाई गई है, जो अलग-अलग जल भराव वाले क्षेत्रों की लगातार मॉनिटरिंग करेगी. बारिश के चलते जब भी जल भराव की स्थिति होगी, तो टीम वहां से पानी निकालने का कार्य करेगी.
उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इंडस्ट्रियल एरिया का गंदा पानी भिवाड़ी बाइपास पर जमा नहीं हो रहा. इसके लिए सख्त मॉनिटरिंग की गई. आगे भी हमारा यही प्रयास रहेगा कि जल भराव की समस्या के चलते स्थानीय निवासियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. भिवाड़ी नगर परिषद भी इसको लेकर अपना कार्य कर रही है. सीईओ सलोनी खेमका ने कहा कि अगले साल किसी भी तरह की जल भराव स्थिति को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.