खस्ताहाल सड़कों से पेंड्रा निवासी परेशान, लोगों ने मरम्मत कराने प्रशासन से लगाई गुहार - Pendra Basantpur highway - PENDRA BASANTPUR HIGHWAY
छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के लोग जर्जर सड़कों की वजह से परेशान हैं. स्थानीय सड़कों को तो छोड़िए, मध्य प्रदेश को छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाला मार्ग भी बुरी तरह जर्जर है. लोगों की मरम्मत करने की अपील के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. मरम्मत के सवाल पर बारिश के मौसम खत्म होने के बाद पैचवर्क कराने की बात कह रहे हैं.
खस्ताहाल सड़कों से पेंड्रा निवासी परेशान (ETV Bharat)
गौरेला पेंड्रा मरवाही :मध्य प्रदेश के अनूपपुर को छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से जोड़ने वाली मुख्यमार्ग बुरी तरह जर्जर हो गई है. पेंड्रा बसंतपुर और RMKK रोड नेशनल हाइवे से होकर रतनपुर होते हुए न्यायधानी बिलासपुर व राजधानी रायपुर को जोड़ती है. लेकिन खराब सड़क होने की वजह से यहां लोगों का वाहन चलाना दूभर है. इसकी शिकायत लोगों ने अधिकारियों से की है, लेकिन अब तक रास्ते का मरम्मत नहीं किया गया है.
खस्ताहाल सड़कों से पेंड्रा निवासी परेशान (ETV Bharat)
पेंड्रा बसंतपुर और आरएमकेके मार्ग खस्ताहाल : पेंड्रा बसंतपुर और आरएमकेके मार्ग आगे जाकर शहडोल अनूपपुर मार्ग से जुड़ता है. यह मुख्यमार्ग छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से जोड़ती है. लेकिन इस रास्ते का पेंड्रा से बसंतपुर और पेंड्रा से रतनपुर के बीच का रास्ता बुरी तरह जर्जर हो चुका है. कार और बड़े वाहनों को तो छोड़िए बाइक चालकों को भी भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है की घंटे 2 घंटे के सफर में अब 4 से 5 घंटे लग रहे हैं.
"दो-तीन घंटे लगने वाले सफर में अब 4 से 5 घंटे लग रहे हैं. बावजूद जिम्मेदारो ने अपनी जिम्मेदारियां से मुंह मोड़ रखा है. जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है."- स्थानीय नागरिक
सड़कों पर गड्ढे बने जानलेवा : पेंड्रा से बसंतपुर और बसंतपुर से रतनपुर तक की दूरी लगभग 75 किलोमीटर है. यह मार्ग बुरी तरह जर्जर है, जो रतनपुर के बाद कोरबा, बिलासपुर, रायपुर नेशनल हाईवे से जुड़ती है. इस सड़क पर पड़ने वाले सैकड़ों गांव इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं. ग्रामीण जर्जर सड़क की वजह से परेशान हैं.
"पेंड्रा से बसंतपुर और पेंड्रा से रतनपुर के बीच खराब रास्ते की वजह से लगातार सड़क दुर्घटना होने का डर बना रहता है. वाहनों में खराबी आने की वजह से वाहन चालक परेशान हैं. अस्पतालों से रेफर होने वाले गंभीर मरीजों को भी इन्हीं मार्गों से होकर बिलासपुर रायपुर जाना पड़ता है. इन जर्जर सड़कों की वजह से लगने वाली देरी मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रही है." - स्थानीय नागरिक
बारिश की वजह से मरम्मत में देरी :इस खराब रोड को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दीपक ठाकुर ने बारिश के मौसम की वजह से मरम्मत में देरी का हवाला दे रहे हैं. उनका कहना है, "सड़कों के मरम्मत का काम रेनी सीजन के बाद ही शुरू होगा. उसके पूर्व डीबीएम के माध्यम से सड़कें रिपेयर की जा सकती हैं."
कारीआम से रतनपुर RMKK मार्ग अब NH को ट्रान्सफर हो चुकी है. लेकिन NH के अधिकारी मरम्मत को लेकर अधिकारी रेनी सीजन के खत्म होने का इंतेजार कर रहे हैं. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों के साथ-साथ बड़े और भारी वाहन चालक परेशान हैं. स्थानीय लोगों में खराब सड़क को लेकर भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. अब देखना यह होगा कि नेशनल हाईवे और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी इन रास्तों का मरम्मत कब करते हैं.