संघर्ष। और समर्पण की मिसाल है रिशिका (ETV BHARAT) पटनाः रिशिका राज ने बिहार स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप का लगातार तीसरी बार खिताब जीतकर एक बार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. पटनाकी रहनेवाली 16 साल की रिशिका ने सिवान में आयोजित 34वीं बिहार स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप के दौरान 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्णिम निशाना लगाया. गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर रिशिका का भी ये सपना है कि वो एक दिन भारत के लिए ओलिंपिक में खेले और सफलता हासिल करे.
रिशिका ने लगातार तीसरी बार जीता खिताब (ETV BHARAT) छोटी उम्र में ही पदकों का भंडारः 32वीं और 33वीं बिहार स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीतनेवाली रिशिका अभी तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर निशानेबाजी में 20 गोल्ड,6 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं और अब राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही है.
पिता ने बढ़ाया हौसलाःअपने पिता के सहयोग और अपनी कड़ी मेहनत से सफलता दर सफलता हासिल कर रही रिशिकि ने बचपन से ही शूटिंग में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था. पिता ने भी रिशिका की प्रतिभा पहचान ली और शूटिंग के लिए आर्म्स से लेकर हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई. रिशिका के पिता डायल 112 के चालक हैं लेकिन अपनी बेटी के सपनों को साकार करने के लिए दिन-रात एक कर दिया है.
अब तक 20 गोल्ड जीत चुकी है रिशिका (ETV BHARAT) "मेरे पिता जी ने शुरुआती दिनों में वेपन लाकर दिए थे. शूटिंग थोड़ा कठिन गेम है लेकिन दिल से कोई काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है. मुझे तो मेरे माता-पिता और परिवार का फुल सपोर्ट मिला है. मेरी सफलता में मेरे पिता का समर्पण और समर्थन की अहम भूमिका है."-रिशिका राज, शूटर
'सरकार से नहीं मिला कोई सहयोगः'रिशिका कहती हैं बिहार खेल का माहौल बदला जरूर है लेकिन मुझे कोई गवर्नमेंट सपोर्ट नहीं मिला है. जब जब मैं गोल्ड मेडल जीत कर आती हूं तो सोचती हूं कि मुझे भी सम्मानित किया जाएगा लेकिन आज तक मुझे सम्मानित नहीं किया गया.खिलाड़ी जब जीतते हैं उनको सम्मानित किया जाता है तो इससे हौसला बढ़ता है.
ओलिंपिक में खेलना चाहती है रिशिका (ETV BHARAT) देश के लिए ओलिंपिक में खेलना चाहती हैं रिशिकाः बीजेपी विधायक और बिहार की मशहूर निशानेबाज श्रेयसी सिंह को अपना आदर्श माननेवाली रिशिका को इस बात का पक्का यकीन है कि वो भी ओलिंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व एक न एक दिन जरूर करेंगी. इसके लिए वो लगातार मेहनत भी कर रही हैं. रिशिका राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए एक ट्रायल दे चुकी हैं. उन्होंने बताया कि 6 ट्रायल के बाद राष्ट्रीय टीम में सेलेक्शन होता है.
सही मार्गदर्शन और समर्थन की जरूरतःछोटी उम्र में ही रिशिका ने जो कामयाबी हासिल की है उससे ये बात पूरी तरह साफ है कि रिशिका में उच्च स्तर की प्रतिभा है. अपनी प्रतिभा को धार देने के लिए वो कड़ी मेहनत भी कर रही है. रिशिका को सही मार्गदर्शन मिले तो निश्चित तौर पर वे शूटिंग में बड़ा नाम बन सकती हैं.
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