पटनाः बिहार में स्मार्ट मीटर सरकार के लिए गले की फांस बन गया है. स्मार्ट मीटर को लेकर कई जगह से शिकायतें आने का आरोप लगाकर जहां आरजेडी ने स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंको अभियान शुरू करने का एलान किया तो अब कांग्रेस ने भी स्मार्ट मीटर के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. बिहार प्रदेश कांग्रेस ने इसको लेकर पूरे राज्य में आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है.
30 सितंबर को प्रखंड स्तरीय प्रेस-कांफ्रेंसःकांग्रेस ने इस आंदोलन की शुरुआत के लिए सीएम नीतीश कुमार के इलाके नालंदा को चुना है. पार्टी नालंदा सहित पूरे राज्य में 30 सितंबर को प्रखंड स्तरीय प्रेस-कांफ्रेंस करेगी. वहीं 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से लेकर 7 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन और अभियान चलाया जाएगा.अभियान की शुरुआत नालंदा से की जाएगी और 16 अक्टूबरको भभुआ में इसका समापन होगा.
'भोली-भाली जनता को लूटा जा रहा है.':स्मार्ट मीटर को लेकर कांग्रेस ने बिहार सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटर के जरिए बिहार की नीतीश सरकार और नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार बिहार की भोली-भाली जनता को लूट रही है और इसका लाभ अदानी ग्रुप को मिल रहा है.
"बिहार की गरीब जनता स्मार्ट मीटर से त्राहिमाम कर रही है और बिजली कंपनियां मालामाल हो रही हैं. कांग्रेस पार्टी चुप बैठकर तमाशा नहीं देख सकती है और स्मार्ट मीटर के खिलाफ पार्टी आंदोलन शुरू करने जा रही है. इसकी रूपरेखा भी तय कर ली गई है. हम स्मार्ट मीटर का व्यापक विरोध करने जा रहे हैं."-अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस