पटना: पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं. वे देर रात से पटना के गर्दनीबाग में धरना स्थल पर अभ्यर्थियों के साथ बैठकर उनकी मांगों का समर्थन कर रहे हैं. पप्पू यादव ने छात्रों के हितों को देखते हुए बीपीएससी के संयुक्त प्रवेश परीक्षा को रद्द करने की मांग की है.
धरने पर बैठे पप्पू यादव : पप्पू यादव ने कहा कि बीपीएससी के छात्र नॉर्मलाइजेशन को खत्म करने की मांग कर रहे हैं, और यह उनकी जायज मांग है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि परीक्षा अलग-अलग पैटर्न पर होगी तो नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अनिवार्य रूप से लागू होगी.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई की मांग: पप्पू यादव ने बीपीएससी से यह मांग की कि पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हुए हंगामे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाए. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक हो गया था, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है. बिहार लोक सेवा आयोग केवल 12,000 छात्रों की परीक्षा को फिर से आयोजित करने की तैयारी कर रहा है, जबकि इससे बिहार के चार लाख अभ्यर्थी प्रभावित होंगे.
परीक्षा रद्द करने की मांग: पप्पू यादव ने सरकार से आग्रह किया कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द किया जाए ताकि बिहार के चार लाख से अधिक छात्रों के मन में जो संशय और भय उत्पन्न हो चुका है, वह दूर हो सके. उन्होंने सम्राट चौधरी के इस मामले पर टिप्पणी करने पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग इस मामले में गंभीर नहीं है और बिहार के छात्रों के भविष्य के साथ खेल रहा है.
"70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द की जाए. जिससे बिहार के चार लाख से अधिक बच्चों के मन में जो ब्रह्म बनी हुई है, वह ब्रह्म दूर हो सके. सम्राट चौधरी को इस मामले पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. बिहार लोक सेवा आयोग इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है. बिहार के चार लाख बच्चों के भविष्य के साथ आयोग खिलवाड़ कर रहा है."- पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया