अलवर : शहर के बीचों बीच बने आरआर कॉलेज में 10 दिन से पैंथर का मूवमेंट जारी है. वनकर्मियों की टीम लगातार पैंथर की मॉनिटरिंग में जुटी है, लेकिन घना जंगल होने के चलते अभी पैंथर वन कर्मियों की पकड़ से दूर है. वन विभाग की ओर से सर्च अभियान चलाकर भी पैंथर की लोकेशन ढूंढने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाई. हालांकि, पैंथर लगातार पिंजरे के पास आ रहा है, लेकिन शिकार के लिए अंदर नहीं जा रहा. 10 दिन बाद भी पैंथर का रेस्क्यू नहीं होने से आसपास के आबादी क्षेत्र के लोगों में डर का माहौल है.
पिंजरे को भी चेंज किया गया: अलवर वन मंडल के वनपाल भीम सिंह ने बताया कि पैंथर की मूवमेंट लगातार पिंजरे के पास हो रही है. पैंथर को शिकार के लिए पिंजरे में बकरा, मुर्गा व मेमना बांधा गया, लेकिन जंगल में पर्याप्त मात्रा में शिकार की व्यवस्था होने के चलते पैंथर पिंजरे में शिकार के लिए नहीं पहुंच रहा. हालांकि, दो से तीन बार पिंजरे के अंदर भी पैंथर के पगमार्क मिले हैं. उन्होंने कहा कि पैंथर की पगमार्क की लोकेशन को देखते हुए पिंजरे को भी चेंज किया गया है. हमारी प्राथमिकता है कि पैंथर को नेचुरल तरीके से पकड़ा जाए. इसके लिए लगातार वन विभाग की टीम मॉनिटरिंग कर रही है. स्थानीय लोगों को भी सतर्क रहने को कहा गया है. कारण है कि पैंथर का मूवमेंट कुछ समय पहले आर आर कॉलेज के आपस आवासीय क्षेत्र में भी मिले.
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घना जंगल आ रहा पैंथर की तलाश में आड़े :भीम सिंह ने बताया कि आरआर कॉलेज में 50 हेक्टेयर के घने जंगल में बड़ी-बड़ी झाड़ियां हैं. इसके चलते पैंथर की लोकेशन ट्रेस करना आसान नहीं है. पैंथर रात के अंधेरे में मूवमेंट करता है, इसके लिए जगह-जगह पर कैमरा भी लगाए गए हैं. बड़ी-बड़ी झाड़ियां पैंथर की लोकेशन को ट्रेस करने में कई बार परेशानियां उत्पन्न करती हैं.