पन्ना में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में उमड़े भक्त, प्रभु की झलक पाने व रथ खींचने की लगी होड़ - panna Jagannath Rath Yatra
पुरी की तर्ज पर पवित्र नगरी पन्ना में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से निकाली गई. रथयात्रा में शहर के साथ ही आसपास के भक्त बड़ी संख्या में शामिल हुए. भगवान जगन्नाथ स्वामी की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब दिखे.
पन्ना में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में उमड़े भक्त (ETV BHARAT)
पन्ना।पवित्र नगरी पन्ना में 172 वर्ष पहले पन्ना महाराज किशोर सिंह द्वारा रथयात्रा शुरू करवाई गई थी, तब से यह परंपरा अनवरत जारी है. बता दें कि हीरों, वीरों, मंदिरों और बाघों के लिए विश्व विख्यात पवित्र नगरी पन्ना में पुरी की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है. 10 दिवसीय इस भव्य महोत्सव का शुभारंभ 7 जुलाई की शाम धूमधाम से हुआ. परंपरा अनुसार भगवान जगन्नाथ, बालभद्र, सुभद्रा और हनुमान रथ में विराजमान होकर निकले.
पन्ना महाराज ने बनवाया था मंदिर (ETV BHARAT)
हजारों भक्तों ने खींचा भगवान का रथ
रथयात्रा में आगे-आगे ढोल-नगाड़ों के साथ दलदल घोड़ी नृत्य देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस थोटा, एसडीएम संजय कुमार नागवंशी सहित पुलिस और राजस्व विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी, नेता और जनप्रतिनिधियों सहित भगवान जगन्नाथ के हजारों भक्त रथयात्रा में शामिल हुए. भगवान की एक झलक एवं रथ को छूने धक्का लगाने होड़ देखी गई. 50 हजार से अधिक भक्तों की भीड़ इस मौके पर इकट्ठी हुई.
पन्ना के तत्कालीन महाराजा किशोर सिंह जूदेव द्वारा भगवान जगदीश स्वामी मंदिर का निर्माण करवाया गया था और तभी से यह परंपरा चली आ रही है. 7 जुलाई की शाम से रथयात्रा प्रारंभ होने के बाद विभिन्न स्थानों पर विश्राम करते हुए रथ जनकपुर पहुंचेंगे और लौटने के बाद 10 दिनों के महोत्सव का समापन होगा. मान्यता है कि पन्ना महाराजा किशोर सिंह जूदेव को सपना आया था कि पुरी जाकर भगवान जगन्नाथ स्वामी की प्रतिमा लाकर मंदिर निर्माण कर यहां स्थापित कराएं. राजा पुरी गए और वहां से भगवान जगन्नाथ स्वामी की प्रतिमा लेकर लगभग दो वर्ष की यात्रा पूर्ण कर पाना पहुंचे थे. पन्ना में मंदिर निर्माण कराकर जगन्नाथ स्वामी की स्थापना करवाई.