सूरजपुर: 14 नवंबर से धान खरीदी चल रही है. इस बार साय सरकार ने धान खरीदी में नया रिकार्ड बनाने की बात कही है. किसानों को धान बेचने में कोई दिक्कत नहीं आए इसके लिए अफसरों की फौज लगाई गई है. किसानों को परेशानी से बचाने के लिए नोडल अधिकारी की बाकायदा नियुक्ति की गई है. धान की कालाबाजारी करने वालों पर भी नकेस कसा जा रहा है. अकेले सूरजपुर जिले में धान खरीदी के लिए 54 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर 64626 रजिस्टर्ड किसान अपने धान को बेच सकेंगे.
धान किसान नहीं हों परेशान, नोडल अधिकारी इस तरह से करेंगे आपकी मदद - PADDY PURCHASE 2024
पूरे छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी शुरु हो चुकी है. किसानों की मदद के लिए इस बार अफसरों की तैनाती की गई है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Nov 23, 2024, 3:56 PM IST
धान किसानों की मदद करेंगे नोडल अधिकारी: सरकार ने पहले भी ये कहा है कि धान किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने देंगे. धान किसानों की मदद के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है. सभी धान खरीदी केंद्रों को 9 तहसीलों में बांटा गया है.तहसील स्तर पर एक संयुक्त टीम बनाई गई है. ये टीम सीमावर्ती राज्यों से सटे इलाकों में धान की कालाबाजारी रोकने का काम कर रही है. टीम ने जिले में अबतक 18 लाख 49 हजार 804 क्विंटल धान जब्त किया जा चुका है.
तीन राज्यों के बिचौलिए एक्टिव: सूरजपुर जिले की सीमा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से लगती है. प्रदेश में जब धान खरीदी की शुरुआत होती है तो इन सीमावर्ती इलाकों के धान बिचौलिए एक्टिव हो जाते हैं. इस बार सूरजपुर जिले से लगने वाली सभी सीमाओं पर चेकिंग चलाई जा रही है. बैरियर लगाकर मालवाहक वाहनों को चेक किया जा रहा है. सूरजपुर में कई ऐसे भी धान खरीदी उपार्जन केंद्र हैं जहां अभी तक किसी भी किसान ने धान नहीं बेचा है.