नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली अलवर. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से ERCP (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) को लेकर शनिवार को रामगढ़ में जनसभा की गई. इस दौरान बीजेपी ने चुनाव से पहले किए वादों को पूरा करने की बात जनता के सामने कही. इस पर रविवार देर शाम नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पलटवार किया है. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव सर पर आए तो बीजेपी चुनावी लाभ के लिए ईआरसीपी पर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है. जनता सच्चाई जान चुकी है कि मुख्यमंत्री भजनलाल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित भाजपा के नेता ईआरसीपी पर झूठ बोल रहे हैं.
नवनेरा और ईसरदा बांध लगभग बनकर तैयार : उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार रही है. जनता ने इनके झूठे वादों से प्रभावित होकर दोनों बार 25 के 25 सांसद राजस्थान से जीता कर भेजे हैं. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री भी राजस्थान से हैं, फिर भी एक नया पैसा बीजेपी ने ईआरसीपी योजना पर खर्च नहीं किया. वहीं, पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने 14000 करोड़ रुपए की लागत से नवनेरा और ईसरदा बांध बनाए, जो बनकर लगभग तैयार हैं. इसका दौरा खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हेलीकॉप्टर से किया है.
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योजना बनाई, लेकिन डीपीआर नहीं :उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ कह रही है कि कांग्रेस सरकार ने योजना को लटकाया, जबकि कांग्रेस ने इसको राज्य सरकार के ही संसाधनों से आम जनता के घरों तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया है. पूर्व में राजस्थान में भी बीजेपी की सरकार और मध्य प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार रही. साथ में केंद्र में भी बीजेपी की सरकार रही. तब भी इस योजना पर इन्होंने एक कदम नहीं बढ़ाया. वसुंधरा राजे सरकार की ओर से चुनाव के पास आने पर ईआरसीपी योजना तो बनाई गई, लेकिन इसकी डीपीआर तक तैयार नहीं की. इसके बाद गहलोत सरकार ने पूर्वी राजस्थान की जल संकट से जूझ रही जनता के लिए इस योजना को अपने हाथ में लिया और उसपर काम को आगे बढ़ाया.
सिंचाई की तो छोड़ो पेयजल की भी आपूर्ति नहीं : जूली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर और जयपुर में इस योजना की दो बार घोषणा की, लेकिन दो कदम आगे नहीं बढ़ाए. अब जब चुनाव के कुछ दिन बचे हैं तो यह चुनावी लाभ के लिए ईआरसीपी का राग अलाप रहे हैं. जो एमओयू इन्होंने किया है, उसको सदन के पटल तक भी नहीं रखा गया, न ही आम जनता के सामने सार्वजनिक किया गया है. उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि अब लगभग 2400 एमसीएम पानी ही मिलेगा, जबकि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की ओर से लगभग 3500 एमसीएम पानी लाया जाना था. यह पूर्वी राजस्थान की जनता के साथ धोखा है. इतने पानी से सिंचाई की तो छोड़ो पेयजल की भी आपूर्ति पूरी तरह से 21 जिलों में नहीं हो पाएगी. जनता सब समझ चुकी है, अब ये इनके झांसे में नहीं आने वाली. आने वाले चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी.