देहरादून:उत्तराखंड विधानसभा की कार्यवाही के दूसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन के पटल पर 'समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक' को रखा. यूसीसी विधेयक को पटल पर रखने के बाद सदन के भीतर यूसीसी विधेयक पर चर्चा किया गया. सदन में यूसीसी विधेयक पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्यमंत्री ने तमाम बातों को रखा तो वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूसीसी पर कहा कि इसमें तमाम कमियां हैं. जिसके चलते इसे पारित न करके प्रवर समिति को सौंप देना चाहिए.
प्रेमचंद अग्रवाल ने पीएम और सीएम को बताया भगीरथ:सदन में चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यूसीसी में तमाम विसंगतियों को दूर करते हुए बड़ा प्रयास किया गया है. राजा भगीरथ जो गंगा को धरती पर लेकर आए थे, वैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम धामी यूसीसी को लेकर आए हैं. ये एक आदर्श के रूप में स्थापित होगा. संकल्प से सिद्धि तक का मूल मंत्र आज साकार हो रहा है.
उन्होंने कहा कि 20 महीने तक विशेषज्ञ समिति ने काम कर यूसीसी ड्राफ्ट तैयार किया है. अवगुण को गुण में परिवर्तन करने का काम सीएम धामी ने किया है. यूसीसी में पुत्र-पुत्री के अधिकारों में समानता की गई है. राम मंदिर के लिए साढ़े 500 साल का इंतजार और करीब साढ़े 4 लाख लोगों के बलिदान के बाद राम मंदिर बना है. वही, प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में कहा कि पहले हम जब श्री राम का नाम लेते थे तो पुलिस पकड़ती थी, लेकिन अब जब श्री राम का नाम लेते हैं तो सम्मान मिलता है.
स्वार्थ की बात होती तो यूसीसी बहुत पहले आ गया होता, लेकिन किसी स्वार्थ के चलते यूसीसी नहीं लाया गया. आरएसएस का मूल भाव है कि सनातनी परंपरा वापस आनी चाहिए, जो नष्ट हुई है. ऐसे में आरएसएस का जो भाव था, वो आज पूरा हो रहा है. इस यूसीसी में विवाह, तलाक, एडॉप्शन और संपत्ति में अधिकार मिलेगा. शादी के बाद रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. रजिस्ट्रेशन के बाद ही सरकारी लाभ मिलेगा.