लखनऊः ये खबर प्याज के शौकीनों के लिए झटका देने वाली हो सकती है. फुटकर में 50 से 60 रुपए किलो बिक रहे प्याज की कीमतें (Onion Price) 100 रुपए किलो तक जाने की संभावना जताई जा रही है. बाजार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में चुनाव के चलते सरकार के एक फैसले के चलते प्याज की कीमतों में तेजी आई और अभी इसकी कीमतें और चढ़ सकती हैं.
(वजह-1) प्याज पर मिनिमम एक्सपोर्ट सीमा हटी: बीते दिनों सरकार की ओर से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) की सीमा को हटा दिया गया. पहले प्याज पर MEP 550 डॉलर प्रति टन था जिसे विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने हटा दिया. अब प्याज से जुड़े किसान और व्यापारी अच्छी कीमतों पर विदेश को ज्यादा से ज्यादा प्याज भेज सकेंगे. इससे घरेलू बाजार में प्याज की आवक घटने लगी है और प्याज के एक्सपोर्ट में इजाफा हो गया है. इसी के चलते प्याज की कीमतें चढ़नी शुरू हो गई है.
(वजह-2) कहीं चुनाव तो नहीं इसकी वजह: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. व्यापारियों का कहना है कि बीजेपी कहीं न कहीं महाराष्ट्र के किसानों की नाराजगाी को दूर करना चाहती है. इस वजह से प्याज पर एमईपी की सीमा को हटाया गया है. एक तरह से यह किसानों को खुश करने की कोशिश भी है. ऐसे में किसान प्याज रोककर चल रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कीमतें और चढ़ सकती है. इस वजह से बाजार में प्याज की आवक घट गई है.
देश के तीन बड़े प्याज उत्पादक राज्य
महाराष्ट्र | 42.73% |
मध्य प्रदेश | 15.23% |
कर्नाटक | 8.93% |
यूपी में सबसे ज्यादा प्याज कहां से आता: यूपी में सबसे ज्यादा प्याज की आवक महाराष्ट्र से होती है. वहीं दूसरे नंबर पर यूपी में प्याज मध्य प्रदेश से आता है. कर्नाटक के प्याज की आपूर्ति इन दोनों की तुलना में कम है.