देहरादून: 80 लाख रुपए की भूमि धोखाधड़ी मामले में फरार चल रहे 5 हजार के ईनामी आरोपी शाबाब अहमद को थाना राजपुर पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तारी किया जा चुका है. हालांकि गिरोह के कई आरोपी अभी भी दून पुलिस के रडार पर हैं, जिससे उत्तर-प्रदेश और अन्य प्रदेशों में लगातार दबिश जारी है.
10 जून को पीड़ित ने दर्ज कराया था केस:बता दें कि 10 जून 2024 को पीड़ित राकेश बत्ता ने तहरीर दी थी, जिसमें बताया गया था कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) और राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड स्थित एक प्लॉट दिखाया, जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपए थी और बताया कि यह अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति की है, जो उनका जानने वाला है और वह उससे बात करके प्लॉट की रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर करवा देंगे.उसके बाद तीनों व्यक्तियों ने पीड़ित की अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति से मुलाकात कराई.
11 जून को तीन आरोपी हुए थे गिरफ्तार:आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पीड़ित को धोखा देकर उससे एक एग्रीमेंट बनवाया और अरशद कय्यूम के नाम पर 55 लाख रुपये खाते में और 25 लाख नकद लिए, जब पीड़ित राकेश बत्ता प्लॉट में कब्जा लेने पहुंचा, तो वहां पर अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मौजूद मिला, जिसने प्रॉपर्टी के पेपर दिखाते हुए प्रॉपर्टी को अपना बताया. जिस पर पीड़ित को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई. तहरीर के आधार पर थाना राजपुर ने मुकदमा दर्ज कर लिया. पुलिस ने 11 जून को आरोपी गिरीश कोठियाल,दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था.
19 जून को आरोपी प्रमोद कुमार हुआ था गिरफ्तार:आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस द्वारा आरोपी प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम) को 19 जून को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के आधार पर सामने आए अन्य आरोपी इनाम अहमद, वसीम और शाबाब अहमद की गिरफ्तारी के लिए टीम द्वारा लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी, लेकिन तीनों आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचते हुए लगातार फरार चल रहे थे. पुलिस द्वारा न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किये गए थे.