नई दिल्ली:कांग्रेस की दिल्ली इकाई आगामी लोकसभा चुनाव से पहले 3 फरवरी को रामलीला मैदान में एक रैली आयोजित करेगी. कांग्रेस की दिल्ली इकाई प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने यह जानकारी दी है. लवली ने कहा कि, "दिल्ली के लिए सीट बंटवारे के फॉर्मूले की घोषणा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जल्द ही करेंगे. हम सभी सीटों पर अपना आधार तैयार करेंगे. गठबंधन के साथ लड़ने का मतलब अपने सहयोगी दल को चुनाव जीतने में मदद करना भी होगा."
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, 3 फरवरी को दिल्ली में बड़ी रैली करेगी पार्टी - Congress will hold big rally
Congress Rally In Delhi: पूर्वी दिल्ली में गीता कॉलोनी के रामलीला मैदान में 3 फरवरी को ये रैली होगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रैली में शामिल होंगे.
![आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, 3 फरवरी को दिल्ली में बड़ी रैली करेगी पार्टी Etv Bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-01-2024/1200-675-20566156-thumbnail-16x9-aaaa.jpg)
Published : Jan 22, 2024, 1:06 PM IST
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारी शुरू हो चूकी है. राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर है. उनकी यह यात्रा फिलहाल पूर्वोत्तर राज्य असम में है. वहीं कांग्रेस दिल्ली में बड़ी रैली के साथ इसकी शुरुआत करने जा रही है. अरविंदर सिंह ने दावा किया है कि भाजपा को दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ेगा. आप और कांग्रेस, दोनों विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस के साझेदार हैं और वह दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत कर रहे हैं.
- यह भी पढ़ें-राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: खानपुर गांव में निकाली गई कलश यात्रा, हजारों महिलाएं हुई शामिल
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि, दिल्ली की जनता ने भाजपा पर भरोसा कर सात सांसद चुने लेकिन पिछले दस वर्षों में भाजपा के सभी सातों सांसद जनता के बीच से नदारत है और बेकार साबित हुए. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर इन सांसदों ने जनता के लिए काम किया है तो भाजपा अपने सभी सांसदों का टिकट ना काटे और उन्हें ही दुबारा चुनाव लड़ाने की हिम्मत दिखाए. उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव अभियान की शुरुआत पूर्वी दिल्ली से उसी प्रकार कर रहे हैं जैसे सन् 1977 में कांग्रेस पार्टी के चुनाव हारने के बाद 1979 में इंदिरा गांधी जी ने जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ने के लिए यमुना पार से ही शुरुआत किया था.