लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर में कांग्रेस पार्टी पर आरक्षण को लेकर निशाना साधा है. राजभर ने आरोप लगाया कि, कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के साथ चुनाव लड़ने के लिए समझौता किया है, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस का मेनिफेस्टो पढ़ने के बाद और कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से ऐसा साफ लग रहा है कि, यह दोनों ही जम्मू कश्मीर में दलित, वंचित और पिछड़ों का हक मारने की तैयारी कर रहे हैं. ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस, सपा और बसपा पर जमकर हमला बोला.
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि, केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटा दिया था. जिससे वहां पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों को उनका हक मिलने लगा है. कांग्रेस हमेशा से ही एससी, एसटी की विरोधी रही है. अब जम्मू कश्मीर में भी यही करना चाहती है. कांग्रेस के नेता कहते हैं कि हमारी सरकार वापस आएगी तो फिर से धारा 370 बहाल कर देंगे. कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए.
वहीं राजभर ने सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण में कोटे में कोटा को लेकर कहा कि, हम इसका स्वागत करते हैं. जिन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है उन्हें आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए. कांग्रेस, सपा और बसपा सभी आरक्षण विरोधी हैं. तीन सितंबर 2013 को हाईकोर्ट ने फैसला दिया था. जिसमें ओबीसी को 27% आरक्षण मिलने की बात कही थी. तब तो उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सरकार थी क्या उन्होंने लागू किया. अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए. कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि कांग्रेस के आरक्षण विरोधी चेहरे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ विश्वविद्यालय में एससी एसटी का आरक्षण मार दिया.