जयपुर.कोटा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला लगातार तीसरी जीत के बाद संसद पहुंचे और लोकसभा के अध्यक्ष बने. इसके पहले कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ ही एक मात्र ऐसे नेता थे, जो दो बार संसद में लोकसभा अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे. बिरला इससे पहले 17वीं लोकसभा के भी अध्यक्ष थे और अब 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार संभालने के बाद उन्हें सदन के सदस्यों की तरफ से शुभकामनाएं दी गई.
पीएम मोदी ने दी बधाई :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि ओम बिरला भविष्य में भी सदन का मार्गदर्शन वैसा ही करेंगे, जैसा कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों में किया था. पीएम मोदी ने बलराम जाखड़ का जिक्र किया, जिन्होंने सदन में स्पीकर के तौर पर दो कार्यकाल भी पूरे किए थे. मोदी ने कहा कि आपने अपने संसदीय क्षेत्र में 'स्वस्थ्य मां, स्वस्थ्य शिशु' अभियान को एक शिद्दत के साथ चलाया और 'सुपोषित मां' इस अभियान को जिस प्रकार से प्राथमिकता देकर चलाया, वो वाकई प्रेरक है.
इस दौरान पीएम मोदी ने बिरला की ओर से किए गए सामाजिक कार्यों का भी जिक्र किया. लोकसभा अध्यक्ष के स्वागत भाषण में पीएम मोदी ने यह भी कहा कि बीते कुछ चुनाव से लोकसभा अध्यक्ष चुनाव में या तो जीत कर नहीं आए या फिर उन्हें संसद तक आने का मौका नहीं मिला. ऐसे में लोकसभा अध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी का महत्व समझा जा सकता है, जिसमें ओम बिरला ने जीत के साथ इतिहास कायम किया है.
इसे भी पढ़ें -लोकसभा अध्यक्ष चुने गये ओम बिरला, विपक्ष का हंगामा, राष्ट्रपति के अभिभाषण तक के लिए लोकसभा स्थगित - parliament session 18th lok sabha
राहुल गांधी ने किया स्वागत : लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी सदन के अध्यक्ष के रूप में ओम बिरला का स्वागत किया. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि जिस तरह से सरकार देश की जनता की प्रतिनिधि होती है, उसी तरह से विपक्ष भी जनता की आवाज होता है. सदन में इस बार विपक्ष के सदस्यों की संख्या पहले से ज्यादा है और वो सदन को सुचारू चलाने में लोकसभा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस बात की उम्मीद करता है कि उन्हें सदन में अपनी बात रखने का सही मौका मिलेगा.
स्पीकर की कुर्सी संभालते ही बिरला ने कहा कुछ ऐसा और मच गया हंगामा : लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद बतौर स्पीकर ओम बिरला ने कुर्सी संभाली. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने बिरला को बधाई भी दी. पर कुर्सी संभालने के कुछ ही घंटे बाद ओम बिरला के वक्तव्य पर लोकसभा में हंगामा हो गया. इस दौरान विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की.
दरअसल, बिरला ने आपातकाल को लेकर जो कुछ कहा, उस पर विपक्ष को ऐतराज था. ओम बिरला ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने देश पर तानाशाही थोप दी थी और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया था. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल दिया था. ऐसे में ये सदन 1975 में देश में आपातकाल लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है. बिरला यहीं नहीं रुके और कहा कि इसके साथ ही हम उन सभी लोगों की संकल्पशक्ति की सराहना करते हैं, जिन्होंने इमरजेंसी का पुरजोर विरोध किया, अभूतपूर्व संघर्ष किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा का दायित्व निभाया