देहरादून: नगर निगम को इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में अच्छे अंक लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. इस बार शहर की स्कूलों की सभी कक्षा में अगर गीले-सूखे कूड़े के लिए अलग-अलग कूड़ेदान नहीं हुए तो नंबर काटे जाएंगे. पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण में स्कूलों की सफाई के लिए नंबर निर्धारित किए गए हैं. इस बार सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम स्कूलों में भी जाएगी.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत स्कूल में शौचालय की सफाई, सभी कक्षा में गीले-सूखे कचरे के कूड़ेदान,छात्रों के लिए सेनेटरी नैपकिन और उसे डिस्पोजल के लिए नंबर दिए जाएंगे. यह श्रेणी 150 नंबर की तय की गई है. साथ ही केंद्रीय टीम सर्वेक्षण में यह भी देखेगी की जो सुविधा स्कूलों में उपलब्ध कराई जा रही है उनका छात्र छात्राएं प्रयोग कर रहे हैं या नहीं. वहीं पर्यटन स्थलों पर भी सफाई के लिए भी इस बार नंबर मिलेंगे. साथ ही कार्यालय की दीवारों पर रेड स्पॉट का निरीक्षण करेगी और रेड स्पॉट दिखा तो निर्धारित 60 अंक काटे जाएंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 ट्रिपल आर (रिफ्यूज, रिड्यूस, और रीसाइकिल) पर आधारित है और इस बार 9500 अंक आधारित है.
तीन हिस्सों में बांटा गया सर्वेक्षण
- सर्विस लेवल प्रक्रिया पर 60 प्रतिशत यानी 5705 अंक निर्धारित हैं, इसमें कचरा,संग्रहण,निस्तारण,आवासीय कालोनियां और बाजारों की सफाई देखी जाएगी.
- सर्टिफिकेशन के 26 प्रतिशत यानी 2500 अंक हैं, इसमें सामुदायिक शौचालय और अन्य काव्य की प्रक्रिया का सर्वेक्षण किया जाएगा.
- जन भागीदारी के 14 प्रतिशत यानी 1295 अंक हैं, इसमें शिकायतों का निस्तारण अप के जरिए करने की प्रक्रिया देखी जाएगी.