कोरबा में बढ़ी किडनी मरीजों की संख्या, डायलिसिस कराने वालों का आंकड़ा भी बढ़ा - Kidney patients increased in Korba - KIDNEY PATIENTS INCREASED IN KORBA
कोरबा में तेजी से किडनी मरीजों की संख्या बढ़ रही है. कोरबा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर इसके लिए जंक फूड और डायबिटिज को जिम्मेदार मानते हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो दिसंबर 2023 से लेकर अबतक कोरबा में 5775 लोगों की डायलिसिस हो चुकी है.
कोरबा: ऊर्जाधानी के नाम से मशहूर कोरबा में किडनी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जो आंकड़े सामने हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं. साल 2023 के दिसंबर महीने से लेकर अभी तक कोरबा जिल में 5775 लोगों की डायलिसिस हो चुकी है. कोरबा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर का मानना है कि जंक फूड और डायबिटिज के मरीजों की वजह से डायलिसिस कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कोरबा में डायलिसिस करने के कुल आठ मशीनें हैं. आठ में दो महीनें खराब हैं. बीते छह महीनों से हर दिन करीब मरीजों का डायलिसिस किया जा रहा है. ये डायलिसिस चार सेशन में किया जाता है.
किडनी मरीजों की बढ़ रही संख्या:कोरबा मेडिकल कॉलेज के एमडी मेडिसीन डॉ चंद्रकांत भास्कर कहते हैं कि शुगर वाले मरीजों में किडनी की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. शुगर मरीजों को हम हमेशा कहते हैं कि वो समय समय पर अपना चेकअप कराते रहें. किडनी के मरीजों को हम कहते हैं कि वो पानी थोड़ा कम पीएं. किडनी पर जो लोड बढ़ाते हैं हमें ऐसे खाने पीने से परहेज करना चाहिए. किडनी के जो भी मरीज हैं उनको अपने खान पान पर खास ध्यान देना चाहिए. मेडिकल कॉलेज में अभी कुल आठ डायलिसिस मशीनें हैं जिनमें से छह मशीनें ही रनिंग कंडीशन में हैं.
कोरबा में बढ़ रहे किडनी मरीज (ETV Bharat)
डायलिसिस कराने वाले मरीजों की बढ़ रही संख्या: किडनी के मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते डायलिसिस कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. 2023 दिसंबर से अभी तक कोरबा में 5775 लोगों की डायलिसिस हो चुकी है. जांजगीर चांपा में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है. यहां 5335 मरीजों का डायलिसिस किया जा चुका है. बिलासपुर में 7807 तो मुंगेली में भी 3246 लोगों की डायलिसिस की गई है. जानकारों का कहना है कि किडनी के बढ़ते मरीजों की संख्या पर एक रिसर्च भी किया जाना चाहिए. ये पता लगाना चाहिए कि क्यों किडनी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
हमारे यहां चार सेशन में डायलिसिस किया जाता है. हर दिन करीब 24 डायलिसिस किए जाते हैं. फिलहाल आठ मशीनों में छह मशीनें ही काम कर रही हैं. जिन मरीजों में हेपाटाइटिस बी और सी के लक्षण हैं उनके लिए अलग से डायलिसिस मशीनें हैं. कोरबा जिले में अभी किडनी के विशेषज्ञ नहीं है. उसकी कमी है. लेकिन किडनी वाले पेशेंट को मेडिसिन विशेषज्ञ द्वारा हम ही मैनेज करते हैं. किडनी वाले मरीजों की संख्या में जो बढ़त दिख रही है इसमें मेजोरिटी डायबिटीज के पेशेंट की है. शुगर वाले पेशेंट लंबे समय से जो दवा खाते हैं, उसका किडनी पर असर होता है.: डॉ चंद्रकांत भास्कर, एमडी मेडिसिन और डायलिसिस के नोडल
किडनी के मरीजों के लिए सलाह: डॉ चंद्रकांत भास्कर सलाह देते हैं कि शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित रखना पड़ता है. किडनी मरीजों को कम पानी पीना चाहिए. यदि किडनी के मरीज ज्यादा पानी पीएंगे तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है. किडनी के मरीजों को फ्रेस फल फ्रूट्स लेना चाहिए. डिब्बा बंद खाना और पेय पदार्थों से बचना चाहिए. किडनी पर जो चीजें लोड बढ़ाने वाली होती हैं उससे बचना चाहिए. जंक फूड से परहेज करना बहुत जरुरी है. किडनी के जरिए ही हमारे शरीर का वेस्ट उत्सर्जन होता है.