राजनांदगांव: पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया 16 नवंबर से जिले के 8 वीं बटालियन में चल रही है. इस भर्ती में गड़बड़ी को लेकर 17 दिसंबर को लालबाग थाना में FIR दर्ज कराई गई. जिसके बाद राजनांदगांव पुलिस ने जांच शुरू की. शनिवार को पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली.
पुलिस आरक्षक भर्ती गड़बड़ी में 6 आरोपी गिरफ्तार: एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की जांच चल रही थी. इसमें 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. जिसमें चार पुलिस आरक्षक और दो टाइम एंड टेक्नोलॉजी कम्पनी के स्टाफ है. महिला आरक्षक पुष्पा चन्द्रवंशी, महिला आरक्षक परिधि निषाद, आरक्षक धर्मराज मरकाम और आरक्षक योगेश धुर्वे को गिरफ्तार किया गया. टाइम एंड टेक्नोलॉजी कम्पनी हैदराबाद के नुतेश्वरी धुर्वे और पवन कुमार साहू है. सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों में 2 महिला समेत 4 आरक्षक शामिल: एसपी शर्मा ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में पकड़े गए आरक्षकों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं. आरक्षकों के मोबाइल, सीसीसीटी, पूछताछ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में यदि और भी कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस आरक्षक ने आत्महत्या, गड़बड़ी में संदिग्ध: पुलिस आरक्षक भर्ती मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. शनिवार को लालबाग थाना क्षेत्र में रामपुर के पास एक पुलिस आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने वाले आरक्षक का भी नाम पुलिस भर्ती गड़बड़ी में संदिग्ध के तौर पर था. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा है. भूपेश बघेल ने एक्स पर वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि आरक्षक भर्ती घोटाला में दोषियों को बचाने के लिए निर्दोषों की बलि दी जा रही है.