नई दिल्ली: नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने शनिवार को डूसू चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी कर दी. इस दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने घोषणापत्र के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि हमारा घोषणापत्र छात्रों के कल्याण से संबंधित सभी मुद्दों को समर्पित एक व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाता है. इसमें छात्रों के समग्र विकास, उनके अधिकारों और कैंपस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करने वाले प्रावधानों को शामिल किया है.
वरुण चौधरी ने उम्मीदवारों और आगामी चुनावों में विश्वास जताते हुए कहा कि पूरा विश्वास है कि एनएसयूआई इन चुनावों में 4-0 से जीत दर्ज करेगी. हमारे प्रत्येक उम्मीदवार ने छात्र अधिकारों के लिए अथक संघर्ष किया है. उनका समर्पण और कड़ी मेहनत मतदाताओं के दिलों में जगह बनाएगी. घोषणापत्र में कैंपस की सुविधाओं में सुधार, सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने, पारदर्शी परीक्षाओं की गारंटी देने और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में छात्र आवाज़ को प्रबल करने पर केंद्रित है. एनएसयूआई हर वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
एनएसयूआई के घोषणा पत्र के प्रमुख वायदे:
- छात्राओं पर केंद्रित घोषणा पत्र
- मासिक धर्म के दौरान छात्राओं को प्रति सेमेस्टर 12 दिनों तक की छुट्टी देने की नीति बनवाएंगे.
- विश्वविद्यालय परिसर में छात्राओं के उत्पीड़न, साइबर बुलिंग और प्रशासनिक मुद्दों से जुड़े मामलों के लिए कानूनी सहायता प्रदान करने की व्यवस्था.
- महिला गार्डों की संख्या को बढ़ाकर 24 घंटे छात्रों की सुरक्षा की व्यवस्था करना
- महिला शौचालय में केवल महिला कर्मचारियों की नियुक्ति, पूरे परिसर में स्टील लाइट और सीट कैमरा की व्यवस्था सुनिश्चित कराना.
- कॉलेज और विश्वविद्यालय की सभी संस्थाओं में यौन उत्पीड़न की शिकायत के लिए आंतरिक शिकायत समितियां को सक्रिय कराना.
- एलजीबीटी समुदाय के छात्र-छात्राओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं कराना.
- महिलाओं के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे की व्यवस्था करना.
- नए हॉस्टलों का निर्माण करना जिससे अधिक से छात्राओं को रहने की सुविधा मिल सके.
सभी छात्र-छात्राओं के लिए घोषणा पत्र:
- सभी के लिए सस्ती शिक्षा. बढ़ी हुई फीस को वापस कराना.
- एनडीए और कट की व्यवस्था को खत्म करके पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकना.
- एससी, एसटी और ओबीसी छात्रवृत्ति के लिए अधिक अवसर प्रदान कराना.
- विश्वविद्यालय के परिसरों से दूर रहने वाली छात्र-छात्राओं के लिए यूनिवर्सिटी स्पेशल शटल बसों को चलवाना
- छात्रावास आवंटन ओबीसी आरक्षण को सुनिश्चित कराना
- छात्र-छात्राओं को मेट्रो के महंगे किराए से निजात दिलाने के लिए निशुल्क मेट्रो पास की व्यवस्था कराना
- सभी परिसरों में 24 घंटे पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध कराना
- सभी छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय परिसर और कॉलेज में मुफ्त वाईफाई की व्यवस्था करना.
- विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए सेंट्रल प्लेसमेंट सेल की स्थापना करना.
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