राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

नई सरकार की पहली नियुक्ति में ही कर्मचारियों पर लागू हुआ एनपीएस, कर्मचारी संगठनों ने उठाए सवाल

प्रदेश की नई सरकार की पहली नियुक्तियों के साथ ही ओपीएस लागू रखे जाने के सवाल ने तूल पकड़ लिया है. राजस्थान सरकार ने कृषि विभाग की ओर से 22 जनवरी को जारी सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी (रसायन) के 25 कार्मिकों की नियुक्ति आदेश जारी किए, जिसमें इन कर्मचारियों को के लिए न्यू एजुकेशन स्कीम लागू करने का जिक्र है. इस आदेश ने प्रदेश के लाखों सरकारी कर्मचारियों के होश उड़ा दिए हैं.

पहली नियुक्ति में ही कर्मचारियों पर लागू हुआ एनपीएस
पहली नियुक्ति में ही कर्मचारियों पर लागू हुआ एनपीएस

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 23, 2024, 10:46 PM IST

जयपुर.विधानसभा चुनाव के दौरान सरकारी कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम लागू रखने का मुद्दा सबसे ज्यादा गर्माया था. राजस्थान की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने नई पेंशन स्कीम की जगह ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की थी, लेकिन भजनलाल शर्मा सरकार ने नवनियुक्त कार्मिकों के लिए ओपीएस के बजाय दोबारा एनपीएस लागू करने का आदेश जारी किया है.

राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी के पद पर चयनित 25 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई. जिसमें नियुक्तियां की शर्तों में अंशुदायी पेंशन योजना लागू होने का जिक्र किया गया है. इसे लेकर राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) सवाल उठाए हैं. संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग कहा कि सरकार के इस फैसले को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका विरोध भी किया जाएगा.

पढ़ें: मंत्री मदन दिलावर का फरमान, उनके विभाग में नही होगा विदेशी समान का इस्तेमाल

कर्मचारियों ने सरकार की खिलाफत करने का किया ऐलान: राजस्थान सरकार ने कृषि विभाग की ओर से 22 जनवरी को जारी सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी (रसायन) के 25 कार्मिकों की नियुक्ति आदेश जारी किए, जिसमें लिखा है कि इन कर्मचारियों को अंशदायी पेंशन योजना वित्त विभाग के परिपत्र 29 जनवरी 2004 और 13 मार्च 2006 के अनुसार लागू होगी. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में 25 कार्मिकों के नियुक्ति आदेश में 2004 के परिपत्रानुसार नई पेंशन स्कीम लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं, जिसे कार्मिक अस्वीकार करते हैं. उन्होंने शिक्षक और कर्मचारी समुदाय का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार के इस फैसले के खिलाफ संघर्ष किया जाएगा. इस संघर्ष में अपने आहुति देने के लिए तैयार रहें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details