लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण में सम्पत्ति की फाइलें न मिलने से जन सामान्य को होने वाली दिक्कत का हल अब मास्टर रजिस्टर से निकलेगा. वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने 15 अप्रैल तक सम्पत्तियों का योजनावार मास्टर रजिस्टर बनाने के आदेश दिए हैं. इस संबंध में 21 मार्च यानी गुरुवार को सम्पत्ति अनुभाग की समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष त्रिपाठी ने अधिकारियों व कर्मचारियों को हिदायत देते हुए कहा, फाइल गायब है. वाला सिलसिला अब नहीं चलेगा, यह कहानी हमें खत्म करनी होगी.
वहीं इन्द्रमणि त्रिपाठी ने आदेश दिए कि समस्त प्रभारी सम्पत्ति अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ बैठक करेंगे. इसमें डिस्पोजल रजिस्टर व कंप्यूटर अनुभाग से प्राप्त सम्पत्तियों की सूची का मूल ले-आउट से मिलान करके पूरा ब्योरा मास्टर रजिस्टर में अंकित करेंगे. साथ ही कहा कि कार्यवाही पूर्ण होने के बाद सम्बंधित को मास्टर रजिस्टर में यह स्वघोषित करना होगा कि समस्त जानकारी मूल से प्रमाणित है. बाद इसका थर्ड पार्टी ऑडिट करवाया जाएगा. साथ ही जिन सम्पत्तियों का आवंटन/रजिस्ट्री संदिग्ध प्रतीत होती है. उसकी सूची अलग से बनानी होगी. उपाध्यक्ष ने आगे कहा, सभी अधिकारी 15 अप्रैल तक मास्टर रजिस्टर की कार्यवाही पूर्ण करके उनके समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. जिसके बाद 30 अप्रैल तक सम्पत्ति की प्रचलित फाइलों को छोड़कर शेष सभी पत्रावलियां अभिलेखागार में जमा करवा दी जाएंगी.
अलमारियों में मिली 500 फाइलें रिकाॅर्ड मेें होंगी जमा
आपको बता दें कि सम्पत्ति की गायब फाइलों की खोजबीन के लिए उपाध्यक्ष इन्द्रमणि त्रिपाठी ने सर्च ऑपरेशन चलवाया था. जिसके बाद बंद अलमारियों के ताले तोड़कर दस्तावेज खंगाले गए थे. जिसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी. इसमें सम्पत्ति की लगभग 500 फाइलें बरामद हुई हैं. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बैठक में आदेश दिए कि जिन योजनाओं की सम्पत्तियों की फाइलें मिली हैं, उनका काम देख रहे बाबू तत्काल इन फाइलों को रिसीव करके, ब्योरा अंकित करें. जिसके बाद समस्त फाइलों को रिकाॅर्ड अनुभाग में सुरक्षित जमा करा दिया जाए.
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