कोडरमा: बरही से कोडरमा तक फोर लेन का निर्माण कार्य चल रहा है. इस फोर लेन सड़क को 2022 में तैयार होना था, लेकिन कोविड महामारी और भूमि अधिग्रहण के कारण फोर लेन के निर्माण कार्य में देरी हुई है. वहीं, कई जगहों पर फोरलेन का निर्माण कर रही आरकेएस कंपनी की लापरवाही भी सामने आ रही है. निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. एनएचएआई के गाइडलाइन का उल्लंघन किया जा रहा है. हालांकि, इसे दूर करने की बात एनएचएआई की ओर से जरूर कही जा रही है, लेकिन इस लापरवाही के कारण आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं में जिन लोगों की जान जा रही है, वह कई सवाल खड़े करता है.
पत्रकार की हुई थी मौत
हाल ही में एक पत्रकार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, बताया जा रहा है कि सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले पत्रकार संतोष मिश्रा ने आरकेएस कंपनी की लापरवाही को लेकर खबर प्रकाशित की थी. मृतक पत्रकार संतोष मिश्रा की पत्नी ने अपने पति की मौत को साजिश बताया है और तिलैया थाने में आरकेएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर नारायण सिंह समेत कई लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है.
मृतक पत्रकार की पत्नी रंजीता कुमारी ने बताया कि उनके पति ने आरकेएस कंपनी की लापरवाही की खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद से उनके पति को धमकियां मिल रही थीं. सड़क पर कुचलकर मार डालने की धमकी भी दी जा रही थी. रंजीता कुमारी ने आशंका जताई है कि आरकेएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर नारायण सिंह और कंपनी के अन्य लोगों ने साजिश के तहत उनके पति की हत्या करायी है.
एनएचएआई के गाइडलाइन का उल्लंघन
हालांकि, पत्रकार संतोष मिश्रा की मौत हत्या या सड़क दुर्घटना है, यह पुलिस जांच का विषय है. लेकिन आरकेएस जिस तरह से कोडरमा में फोरलेन सड़क का निर्माण करा रहा है, वह शहर में कई जगहों पर एनएचएआई के गाइडलाइन के अनुरूप नहीं है. मुख्य सड़क को सीधे फोर लेन से जोड़ दिया गया है, जबकि वहां कोई इंडिकेशन बोर्ड नहीं लगाया गया है, जबकि कई जगहों पर डायवर्जन सड़क को काफी संकरा बना दिया गया है और कहीं भी रंबल सीढ़ियां नहीं हैं.