नई दिल्ली:दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के मोहम्मदपुर गांव में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक 40 वर्षीय युवक की दर्दनाक मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब जल बोर्ड के अधिकारियों ने गली के बीच में करीब 10 फुट गहरा खड्डा खोदकर उसमें लोहे का फ्रेम फंसा कर खुला ही छोड़ दिया. सेफ्टी के लिहाज से कोई भी बैरिकेडिंग वहां पर नहीं की गई थी. रमेश वहां से गुजर रहा था कि उसका अचानक पैर फिसल गया और वो करीब 10 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा. जिसके चलते मौके पर ही रमेश की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा कर पीड़ित के परिजनों को सौंप दिया. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते हुए हादसे को लेकर FIR भी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
बता दें कि इन दिनों दिल्ली सरकार की तरफ से जगह-जगह जल बोर्ड द्वारा सीवरेज पाइपलाइन डालने का काम चल रहा है. रमजानपुर गांव से होते हुए यह कार्य मोहम्मदपुर गांव तक पहुंचा. गांव की मुख्य रास्ते पर जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा सीवरेज पाइपलाइन डालने की खुदाई कराई गई. जहां जल बोर्ड की लापरवाही देखने को मिली. खुदाई के बाद करीब 8 से 10 फुट गहरे खड्डे को खुला ही छोड़ दिया गया. जिसमें एक लोहे का फ्रेम फंसाया गया था.
MCD में मलेरिया विभाग में काम करने वाले कर्मचारी 40 वर्षीय रमेशचंद रात के समय ड्यूटी से घर वापस आ रहे थे. तभी उनके घर से 10 कदम पहले ही एक बाइक को देखकर वह साइड होने लगा. गांव की मुख्य सड़क संकरी होने के चलते बाइक को बचाने के चक्कर मे अचानक उसका पैर फिसला और वो इस गहरे खड्डे में गिर गया. जिसमें गिरते ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई. जिसका एक CCTV फुटेज भी सामने आया है.