नीमच : नीमच जिले के खड़ावदा में बुधवार सुबह पूरा गांव चीत्कार कर उठा, जब एक घर से चार सगे भाइयों की एक साथ अर्थियां उठीं. पूरे गांव में मातम छाया है. एक परिवार पर आए इस घनघोर संकट के समय सहारा देने के लिए आसपास के गांवों के लोग भी उमड़ पड़े. गांव के श्मशान घाट पर चारों सगे भाइयों का एक साथ दाह संस्कार किया गया. इस दौरान परिवार के लोगों को ग्रामीण सहारा देते रहे. पूरे नीचम जिले में इसी बात की चर्चा है कि चारों सगे भाइयों को किसकी नजर लग गई.
पीड़ितों को सहारा देने उमड़ा पूरा गांव
खड़वदा गांव के श्मशान स्थल पर आसपास के गांव के ग्रामीण भी जुटे. वहीं इस हादसे को लेकर जनप्रतिनिधियों ने शोक संवेदना प्रकट की है. गौरतलब है कि नीमच जिले के मनासा थाना क्षेत्र से खड़ावदा गांव के रहने वाले 4 सगे भाई कर्नाटक से कंबल बेचकर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान ट्रेलर में भरे भारी भरकम सामान के नीचे दबने से सोमवार रात चारों की मौत हो गई. सभी भाई 3 माह पहले कर्नाटक के जिलों में कंबल बेचने गए थे.
ट्राले से गिरे सामान में दबने से नीचम के 4 भाइयों की मौत (ETV BHARAT) हादसे में सुरक्षित युवक ने बताई आंखोंदेखी
इन चारों युवकों के साथ एक और युवक भी भी मौजूद था, जिसकी इस हादसे में जान बच गई. इस युवक का अनिल बंजारा है. अनिल ने बताया "हम 5 लोग कंबल बेचने कर्नाटक गए थे. 3 माह बाद हम लोग अपने घर खड़ावदा के लिए लौट रहे थे. उन्होंने आधा रास्ता अपनी बाइक से तय कर लिया था. इसके बाद आधे रास्ते का सफर तय करने के लिए एक ट्रेलर वाले से लिफ्ट मांगी. इसमें लोहे का भारी भरकम सामान भरा था."
ट्रेलर में भरा लोहे का सामान चारों भाइयों पर गिरा
पांचों युवक अपनी बाइक और सामान ट्रेलर में चढ़ाकर घर के लिए रवाना हो गए. सोमवार देर रात ट्रेलर में लगे बेल्ट टूटने से लोहे का भारी भरकम सामान उनके ऊपर गिरा. जिसके नीचे दबने से चारों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई. अनिल ड्राइवर के पास बैठा था, इसलिए वह बच गया. मृतकों की पहचान दीवान बंजारा (28), निर्मल बंजारा (19), विजय बंजारा (19) और विक्रम बंजारा (18) के रूप में हुई.