रांची: सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने में जुटा एनडीए जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा करने जा रहा है. असम के सीएम और झारखंड भाजपा चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इसकी पुष्टि की है. उन्होंने अगले सप्ताह इसकी घोषणा होने की संभावना जताई है. इन सबके बीच एनडीए के अंदर इस बात को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं कि प्रमुख दलों आजसू और जेडीयू को कितनी सीटें मिलेंगी.
आजसू को मिल सकती हैं 6 से 9 सीटें
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में आजसू प्रमुख सुदेश महतो और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच हुई बातचीत में इस पर अंतिम मुहर लग गई है. वैसे तो आजसू की ओर से 16 सीटों की मांग की जा रही थी, लेकिन खबर है कि उसे 6 से 8 सीटें दी जाएंगी.
2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा, आजसू और लोजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था जिसमें एनडीए को 42 सीटों पर जीत मिली थी, जिसमें भाजपा 37 और आजसू 05 सीटें जीतने में सफल रही थी. इस चुनाव में भाजपा 72, आजसू 08 और लोजपा 01 सीट पर चुनाव लड़ी थी.
लोजपा और जेडीयू की इतने सीटों की मांग
वहीं, जेडीयू की 11 सीटों की मांग पर उसे 3 सीटें दिए जाने की बात कही जा रही है. एनडीए की सहयोगी लोजपा (आर) को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है. लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान को उम्मीद है कि केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत के बाद कम से कम दो सीटें दी जाएंगी. पार्टी ने 14 सीटों पर मजबूत स्थिति में होने का दावा किया है. 2014 के विधानसभा चुनाव में एनडीए फोल्डर में लोजपा को एक विधानसभा सीट मिली थी.