मधुबनी:झंझारपुर लोकसभा सीट पर चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों अपने प्रत्याशी को जीताने में लगी है. इस सीट से वर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए जदयू ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन कार्यकर्ताओं के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों में उनके प्रति काफी आक्रोश है. मधुबनी में हुई एनडीए की घटक दल की बैठक में रामप्रीत मंडल को विरोध का सामना करना पड़ा.
गुस्साए कार्यकर्ताओं ने तोड़े प्लेट:बताया जा रहा है कि मधुबनी के झंझारपुर मोहना स्थित एक होटल में सोमवार को NDA की बैठक बुलाई गयी थी. बैठक में पंचायत से जिला स्तर के सैकड़ों कार्यकर्त्ता शामिल हुए थे. इस दौरान लंच के वक्त कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्लेट तक तोड़ दिया. जिसके बाद कुछ देर के लिए अफरा-तफरी सा माहौल हो गया.
जनता के बीच नहीं जाने से नाराजगी: जानकारी के अनुसार सांसद रामप्रीत मंडल 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अपने क्षेत्र में बहुत कम समय आये हैं, जिसका आम जनता में काफी आक्रोश है. बीजेपी कार्यकर्ताओं का साफ कहना था कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नाम पर रामप्रीत मंडल वोट मांग रहे हैं, वह खुद क्षेत्र की जनता के बीच कभी नहीं गए. वहां मौजूद एनडीए नेताओं ने काफी मशक्कत के बाद कार्यकर्ताओं के गुस्से को शांत कराया और जेडीयू प्रत्याशी रामप्रीत मंडल की जीत का मंत्र दिया.
सांसद ने दी अपनी सफाई:स्थिति को संभालते हुए प्रत्याशी सांसद रामप्रीत मंडल ने कहा कि हमारे 5 साल के कार्यकाल में तीन साल कोरोना में चला गया. बाकी कुछ समय सांसद सत्र में चल गया, बचे कुछ समय में जितना काम हो सका, अपने क्षेत्र में किया. उन्होंने सीतामढ़ी में सीता माता की मंदिर बनाए जाने को लेकर जनता से कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से इसके लिए बात कर रखी है. पीएम ने उन्हें आश्वासन भी दिया है कि अगर इस बार बहुमत के साथ सरकार बनती है, तो वह सीतामढ़ी में भव्य मंदिर बनवाएंगे.