रांचीः कोल्हान में पुलिस के हाथ हर मोर्चे पर नाकाम होते नक्सलियों ने अब बंद का सहारा लेना शुरू कर दिया है. 10 जुलाई को भाकपा माओवादियों ने कोल्हान बंद का ऐलान किया है. बंद को देखते हुए झारखंड पुलिस के द्वारा कोल्हान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. नक्सलियों के खिलाफ अभियान को और तेज कर दिया गया है.
कोल्हान में लगातार मिल रही है शिकस्त
झारखंड के कोल्हान में नक्सलियों ने 10 जुलाई को बंद का ऐलान किया है. भाकपा माओवादियों के दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए बंद का ऐलान किया है. प्रेस रिलीज में यह बताया गया है कि ऑपरेशन कगार के तहत झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों के द्वारा ऑपरेशन क्लीन चला कर हमारे 6 साथियों को बर्बर तरीके से मार डाला गया है. पुलिस के द्वारा किए गए इस नरसंहार के खिलाफ 10 जुलाई को कोल्हान बंद का ऐलान किया जाता है. प्रेस, चिकित्सा, एंबुलेंस, बच्चों और मरीजों के अलावा इमरजेंसी सेवाओं को बंद से नक्सलियों ने मुक्त रखा है.
नक्सलियों को उठाना पड़ा है नुकसान
झारखंड के कोल्हान के बीहड़ों में नक्सलियों को पिछले पिछले 11 महीनों में भारी नुकसान उठाना पड़ा है. नक्सलियों के दर्जनों कैंपों को नष्ट किया गया है. उनके हथियार और गोला बारूद पर भी पुलिस के द्वारा बड़ा प्रहार किया गया है. 10 जून 2024 को सारंडा में झारखंड पुलिस ने नक्सलियों को सबसे बड़ा नुकसान पहुंचाया. एक साथ छह नक्सलियों को मार गिराया गया था, जिसमें दो इनामी थे. झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि लगातार अपने प्रभाव क्षेत्र में हार की वजह से नक्सली बौखलाए हुए हैं, यही वजह है कि अब बंद का ऐलान कर रहे हैं. डीजीपी के अनुसार झारखंड पुलिस पूरी तरह से अलर्ट और कोल्हान में लगातार अपने आप को और मजबूत कर रही है.
अभियान तेज, जवान अलर्ट