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अयोध्या में मक्का से भी ज्यादा पर्यटकों के आने की उम्मीद, रामनगरी में बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन - नेशनल टूरिज्म डे

National Tourism Day 2024: नेशनल टूरिज्म डे पर हम आपको बता रहे हैं कि यूपी में धार्मिक पर्यटन की क्या स्थिति है. जैसे कॉरिडोर बनने के बाद काशी में 4 गुणा से अधिक पर्यटक बढ़ गए, वैसे ही अब अयोध्या की बारी है. माना जा रहा है कि यहां पर मक्का से भी ज्यादा पर्यटक आने वाले हर साल में आने वाले हैं. देखें रिपोर्ट...

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 25, 2024, 8:40 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते 3 साल में पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. पहले जहां उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक टूरिज्म आगरा और मथुरा में हुआ करता था. अब वह धीरे-धीरे बदलकर काशी और अयोध्या की तरफ शिफ्ट हो रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में हुआ विकास है. धार्मिक पर्यटन से यूपी की इकॉनमी को रफ्तार मिल रही है.

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद वाराणसी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या कई गुणा से अधिक की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वाराणसी में साल 2021 में जहां 30 लाख थी, वहीं 2022 में यह संख्या सात करोड़ के ऊपर पहुंच गई. अब 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम लल्ला के प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अयोध्या में भी आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में करीब 100 गुणा से अधिक की बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है.

अयोध्या में साल 2021 की तुलना में 2022 में एक करोड़ से ज्यादा पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर साल करीब पांच से दस करोड़ तीर्थ यात्रियों के आने की संभावना है. इसको देखते हुए पर्यटन विभाग तैयारियां भी कर रहा है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद अमेरिकी कंपनी जेफ्फेरिज इक्विटी रिसर्च ने भी एक रिपोर्ट पेश की है. जिसके मुताबिक अयोध्या में सालाना 5-10 करोड़ तीर्थयात्री आने का अनुमान लगाया है, जबकि मक्का में सालाना दो करोड़ व वेटिकन सिटी में सालाना 90 लाख तीर्थयात्री आते हैं.

पर्यटन के लिहाजा से यूपी के परिदृश्य की बात करें तो आगरा रीजन में सबसे ज्यादा पर्यटक आते रहे हैं. इसका मुख्य कारण ताजमहल है. जिसकी वजह से विदेशी पर्यटक भी खूब आते हैं. प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर की वजह से अयोध्या क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे. जिसका लाभ लखनऊ समेत सीतापुर को भी मिलने की संभावना है. इसी को ध्यान में रखकर सरकार सीतापुर स्थित नैमिषारण्य धाम को भी अब एक तीर्थ परिषद बनाकर वहां के विकास कार्यों को बहुत तेजी से पूरा कर रहा है.

2023 सितंबर तक का हाल

  • क्षेत्र पर्यटकों की संख्या
  • आगरा 9020669
  • काशी 62770530
  • अयोध्या 17727682
  • मथुरा 58737528
  • प्रयागराज 49989600

विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद आगरा:विदेशी पर्यटकों के लिहाज से आगरा उनकी पहली पंसद है. सितबंर 2023 तक पांच लाख 94 हजार 460 विदेशी पर्यटक आगरा पहुंचे. जबकि प्रदेश के अन्य जिले आगरा से इस मामले में काफी पीछे हैं.

लखनऊ को भी लग रहे पंख:राजधानी लखनऊ में भी पर्यटकों के लिहाज से बढ़ोतरी देखने को मिली है. साल 2022 में 57 लाख 55 हजार 323 पर्यटक लखनऊ आए थे. इसमें 57 लाख 51 हजार 922 भारतीय और 3401 विदेशी थे. वहीं 2023 में सितंबर तक 42 लाख 14 हजार 639 पर्यटक आये थे. वाराणसी आने वाले पर्यटक बड़ी संख्या में लखनऊ आ रहे हैं क्योंकि हाल ही में कई फ्लाइट शुरू हुई थीं.

वाराणसी में जहां श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, गंगा घाट प्रमुख स्थल हैं. वहीं लखनऊ में चिड़ियाघर, छोटा इमामबाड़ा, भूल भुलैया, रूमी दरवाजा, घंटाघर, रेजिडेंसी, अंबेडकर पार्क पर्यटकों की पहली पसंद हैं. पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि यूपी पर्यटन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. वाराणसी और अयोध्या में लगातार संख्या बढ़ी है. बुंदेलखंड में भी कई योजनाएं शुरू होने जा रही हैं.

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