आगरा : जिले के बाह तहसील के चौरंगा बीहड़ में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भागवत कथा कह रहे हैं. इस दौरान वह गुरुवार को मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने सरकार से सनातन बोर्ड के गठन की मांग की. कहा कि आजादी के बाद सनातन बोर्ड बनना चाहिए था, मगर ऐसा नहीं हो सका. सनातन बोर्ड के गठन के लिए हमें देश और विदेश के सनातनियों से लगातार समर्थन मिल रहा है. मुहिम से लाखों सनातनी जुड़ चुके हैं. मेरी युवाओं से अपील है कि अपने माता-पिता और देश की सेवा करें. अपने धर्म से जुड़े रहें. धर्म की रक्षा के लिए आगे आएं, तभी धर्म भी उनकी रक्षा करेगा.
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि इतिहास में लिखा है कि सैकड़ों वर्ष पहले विदेशी आक्रांता हिंदुस्तान आए. उन्होंने सनातनियों पर तब अत्याचार किए. विधर्मियों ने हिंदु देवी और देवताओं के मंदिर तोड़े. मूर्तियां खंडित कीं. इसके बाद ध्वस्त किए मंदिरों के ऊपर मस्जिदें बना दीं. हिंदू देवी और देवताओं का अपमान करके उन्हें मस्जिदों के नीचे दबा दिया. मुगल औरंगजेब के समय के इतिहास में लिखा है कि आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे ही भगवान केशव देव जी के विग्रह दबे हैं, जो औरंगजेब ने दबवाए थे. इसलिए हमनें कोर्ट में दावा किया है. इसकी सुनवाई चल रही है. देश में सनातनियों ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी. मगर, इतना काफी नहीं है. अब मथुरा और काशी की बारी है.
हर घर और गली से बरसाए गए पत्थर :कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हाल में संभल में हिंसा हुई. संभल कोर्ट के आदेश पर प्रशासन की टीम मस्जिद की जांच के लिए गई थी. प्रशासन की टीम पहुंची तो हर घर और हर गली से टीम पर पत्थर बरसाए गए. क्या संभल में भी बांग्लादेश बनाने की तैयारी है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और देश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. हमारे भगवान सीढ़ियों में दबे हैं. हमारे भगवान के भोग में चर्बी मिलाई जा रही है. ये सबके सामने है. ये सनातनियों के साथ अधर्म हुआ है. फिर भी सनातनी चुप कैसे बैठे हैं.