भोपाल:मध्य प्रदेश में औद्योगिक गति को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा संभागीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है. अब तक उज्जैन, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर और सागर संभाग में इसका आयोजन किया जा चुका है. शनिवार को नर्मदापुरम जिले में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू हुआ. इसका शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र मोहासा समूचे नर्मदापुरम के विकास का केंद्र बनेगा.
'2 से 3 साल में बदल जाएगा नर्मदापुरम'
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादवने कहा कि "औद्योगिक क्षेत्र मोहासा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में स्थापित होने जा रहा है. प्रत्येक औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है. जिससे सोहागपुर, इटारसी, सिवनीमालवा, पिपरिया, पचमढ़ी के स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा. रोजगार के लिए होने वाला पलायन रुकेगा. महज 2 से 3 सालों में ही पूरे नर्मदापुरम का आर्थिक परिदृश्य बदल जाएगा. सीएम ने कहा कि नर्मदापुरम वन संपदा, भू-संपदा, बेहतर रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं के साथ औद्योगिक विकास के लिए सबसे अनुकूल है."
'मोहासा को आदर्श औद्योगिक पार्क बनाएंगे'
मुख्य सचिव अनुराग जैनने उद्योग भूमि आवंटन के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई देते हुए कहा कि "क्षेत्र में उद्योग स्थापित होने से युवाओं को रोजगार मिलेगा. यहां मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की भी प्लानिंग की जाएगी. इसे एक आदर्श इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जाएगा. इस दिशा में हमारी पूरी टीम उद्योगपतियों के साथ मिलकर काम करेगी. उन्होंने कहा तीन उद्योगपति गोयल, निखिल श्रीवास्तव और विक्रम ऐसे हैं, जो मध्य प्रदेश के भोपाल के हैं. ब्लू एनर्जी दुनिया की सबसे बड़ी एनर्जी कंपनी है. इसका प्लांट यहां स्थापित होगा. औद्योगिक पार्क मोहासा में सोलर सेल सोलर मॉडल के साथ ग्रीन हाइड्रोजन, पल्स एनर्जी, लिथियम आयन बैटरी इत्यादि नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों का पूरा सिस्टम स्थापित होगा."