रांचीः झारखंड में बड़े पैमाने पर अफीम की फसल उगाई जाती है. इस वजह से झारखंड ड्रग्स के कारोबार का एक प्रमुख क्षेत्र बनता जा रहा है. ऐसे में नशे के सौदागरों पर नकेल कसने के लिए अब झारखंड के 5 जिलों में नारकोटिक्स थाना खोलने की कवायद शुरू कर दी गई है.
चतरा सहित पांच जिलों में खुलेंगे थाने
झारखंड सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि नशे के सौदरागरों का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है. खासकर झारखंड का चतरा जिला तो ड्रग्स कारोबार का हब बन गया है. ऐसे में झारखंड के चतरा, हजारीबाग, खूंटी, रांची और जमशेदपुर में नारकोटिक्स थाने खोले जाएंगे. सीआईडी मुख्यालय के द्वारा इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है. इसी साल झारखंड के 5 जिलों में नारकोटिक्स थाने अपना काम करना शुरू कर देंगे.
स्पेशल अफसरों की जरूरत
सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि सीआईडी मुख्यालय के द्वारा सभी संबंधित जिलों के आईजी और डीआईजी को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने जिलों के एसपी को निर्देश दे कि वे नारकोटिक्स थाना खोलने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भेजें ,ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके. सीआईडी के अधिकारियों के अनुसार झारखंड के पांच जिलों में सबसे अधिक ड्रग्स का कारोबार होता है. इस कारण इन जिलों के विभिन्न थानों में सबसे अधिक एनडीपीएस अधिनियम के केस दर्ज होते हैं. एनडीपीएस अधिनियम में दर्ज केस में जब्त नशा के समान के साथ-साथ इसकी जांच बेहद अहम होती है, इसलिए ऐसे मामलों के अनुसंधान के लिए स्पेशलाइज्ड पुलिस अफसरों की जरूरत होती है.