नालंदा:शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के समर्थकों ने पटना की सड़कों के किनारे पोस्टर लगाकर उनकी नई सियासी पारी के संकेत दिए थे. जिसमें ये बताने की कोशिश की गई कि टाइगर अभी जिंदा है. अर्थात् वह अभी सक्रिय राजनीति से आउट नहीं हैं. वहीं, अब जनता दल यूनाइटेड ने उन पर पलटवार किया है. नालंदा से जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि टाइगर जिंदा है का मतलब है कि बिना जंगल का शेर है.
'तो समझिये मुर्दा है..': कौशलेंद्र कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पोस्टर में लिखा गया है कि टाइगर अभी जिंदा है लेकिन पटना तो जंगल नहीं है. ऐसे में अगर कोई टाइगर वहां है तो समझिये कि वह जिंदा नहीं, बल्कि मुर्दा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वह (आरसीपी सिंह) असल में बिना जंगल का शेर हैं, क्योंकि जब जगंल ही नहीं है तो शेर कैसे होगा.
"टाइगर जिंदा है का मतलब है कि बिना जंगल का शेर है. पटना जंगल नहीं है. अगर कोई टाइगर जिंदा है तो समझिये मुर्दा है. जिंदा कहां है. वहां जंगल कहा हैं, टाइगर कहां रहता है वहां?"- कौशलेंद्र कुमार, जेडीयू सांसद, नालंदा
'आरसीपी कभी नीतीश कुमार नहीं बन सकते':आरसीपी सिंह की नई राजनीतिक पार्टी बनाने की खबरों पर जेडीयू सांसद ने कहा किपार्टी बनाने का अधिकार सभी को है. बिहार में एनडीए गठबंधन और इंडिया महागठबंधन दो ही दल हैं. एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार के शासनकाल में जो विकास हुआ है, जनता उसी विकास के नाम पर नीतीश कुमार को वोट देते आ रही है. आरसीपी सिंह कभी भी नीतीश कुमार नहीं नहीं बन सकते हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री ने संघर्ष का रास्ता चुना और अपने बूते वह सत्ता के शिखर तक पहुंचे.