रांची:केंद्र सरकार ने सीएए को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके तहत भारत के पड़ोसी देशों में रहे वे अल्पसंख्यक जो प्रताड़ित होकर भारत पहुंचे है उन्हें नागरिकता दी जानी है. इस कानून के आने के बाद झारखंड के मुस्लिम समाज का कहना है कि चुनावों से पहले इसे सिर्फ मतभेद पैदा करने के लिए लाया गया है.
झारखंड उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष डॉ मो. ओबेदुल्ला और अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष मो. मुख्तार अहमद कहा कि जिस तरह का माहौल बनाया गया है, वैसा माहौल पहले कभी नहीं था. उन्होंने कहा कि CAA खराब नहीं है, लेकिन जिस तरह से धार्मिक विभेद यह पैदा करता है वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि संविधान में समानता का अधिकार दिया है, तो सिर्फ वोट की राजनीति के लिए एक धर्म विशेष को अलग रखना ठीक नहीं है. मो.ओबैदुल्लाह ने कहा कि बेरोजगारी, पलायन, भ्रष्टाचार, अपराध पर से ध्यान भटकाने के लिए यह लाया गया है. उन्होंने कहा कि आगे CAA से NRC जुड़ेगा. यह अजीब विडम्बना होगी कि अब जो काम हुकूमत को करना है वह काम पब्लिक को करना होगा. देश के मुसलमानों को परेशान करना इसका लक्ष्य है, लेकिन आज भी ज्यादातर मुस्लिम समाज हिन्दू-मुस्लिम एकता का पक्षधर है.
चुनाव से पूर्व अपनी कमजोरी देख भाजपा सरकार ने CAA लागू किया-अंजुमन इस्लामिया
अंजुमन इस्लामिया, रांची के अध्यक्ष मुख्तार अहमद ने कहा कि इलेक्शन के समय में अपनी कमजोर स्थिति को देखते हुए जनता का ध्यान भटकाने के लिए CAA को लागू किया है. उन्होने कहा कि CAA/NRC सिर्फ एक षड्यंत्र है. लेकिन अब हालात बदल गए हैं और लोग सब कुछ समझ रहे हैं. CAA को लेकर राज्य और देश में इस बार विरोध के स्वर मद्धिम पड़ जाने की वजह पूछने पर मोख्तार अहमद ने कहा कि मुस्लिम समाज वह नहीं होने देगा जो सोच कर CAA लाया गया है.
मो. मुख्तार ने कहा कि भारत के लोगों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है और अफगानिस्तान, पाकिस्तान , बांग्लादेश से आए 06 समुदाय के लोगों को सिर्फ वोट के लिए देश की नागरिकता देने की बात की रही है.
देश मोहब्बत से चलेगा- बन्ना गुप्ता
वहीं, राज्य में CAA लागू कर दिए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि अभी और बहुत कुछ नोटिफाई होगा लेकिन देश तो मोहब्बत से ही चलेगा.