कांगडा:हिमाचल प्रदेश केजिला कांगड़ा के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में शुमार मां ज्वालाजी का जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री अपनी बेटी आस्था के साथ मां ज्वाला जी के दरबार में पहुंचे जहां. मंदिर पुजारी नितिन शर्मा ने डिप्टी सीएम को विधिवत पूजा अर्चना करवाई.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का भाजपा पर निशाना (ETV Bharat) कांगड़ा दौरे पर पहुंचे डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, "उपचुनाव के नतीजे से साफ है कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस पूरी तरह से फेल हो गया. जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तब हमारा आंकड़ा 40 था और अब एक बार फिर हमने उसे आंकड़े को छू लिया है. भाजपा ने प्रदेश सरकार को गिराने का प्रयास किया, लेकिन वह इस प्रयास में सफल नहीं हो पाए. इस समय भाजपा विपक्ष में है और विपक्ष में रहकर ही अपनी भूमिका को निभाएं. क्योंकि हर समय सत्ता में आने की लालसा अच्छी नहीं होती".
उपचुनाव में हुई जीत पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी पर विश्वास जताया है. दो सीटें देहरा और नालागढ़ बड़े अच्छे मार्जिन से जीते हैं. देहरा से मुख्यमंत्री की पत्नी ने बड़े अंतर से जीती हैं. काफी अरसे के बाद कांग्रेस ने देहरा में अपना अस्तित्व कायम किया है. प्रदेश की जनता ने जो कांग्रेस पार्टी पर विश्वास जताया है, वे उसके आभारी हैं. प्रदेश सरकार जनता के साथ किए गए वादे को पूरा करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मैं अपने परिवार सहित माता ज्वाला जी के जन्मोत्सव पर मां के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचा हूं. हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. इसलिए यहां के लोगों का भी देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास है. इस दौरान डिप्टी सीएम ने दिव्य ज्योतियों का आशीर्वाद प्राप्त किया. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मोदी भवन, योगिनी कुंड और शयन भवन के भी दर्शन किए. माता ज्वाला जी मंदिर न्यास की तरफ से उन्हें माता की चुनरी और सिरोपा भी भेंट किया गया.
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य के शक्तिपीठों में हर साल लाखों श्रद्धालुओं आते हैं. राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को ई-कनेक्ट करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है. जिससे भक्तों को घर बैठे ही दर्शन की सुविधा सुनिश्चित होगी. सरकार ने राज्य के मंदिरों और शक्तिपीठों में हवन, भंडारा और जागरण समारोहों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए एक पायलट योजना आरंभ की है. इस डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से श्रद्धालु मंदिर के पुजारियों से भी जुड़ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के अनुभवों को और सुखद बनाने के लिए सरकार प्रमुख मंदिरों के सौंदर्यीकरण तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर भी कार्य कर रही है. श्रद्धालुओं को मंदिरों में विश्राम के लिए भी बेहतर सुविधाओं पर विशेष बल दिया जा रहा है. राज्य के तीर्थ स्थान पर्यटन का केंद्र बिंदु है. इसी दृष्टि से मंदिरों को विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है. ताकि तीर्थाटन के साथ साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकें.
ये भी पढ़ें:"अब सिर्फ हिमाचली लोगों को ही मिलेगी होम स्टे संचालन की अनुमति, प्रदेश सरकार बनाने जा रही कानून"