मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर :चिरमिरी निगम के अंतर्गत आने वाले सिद्ध बाबा मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालु और भक्तों को उबड़ खाबड़ रास्तों से गुजरना होता था.जिसे बनाने का बीड़ा नगर निगम ने उठाया. जब निगम ने रास्ता बनाने की ठानी तो लोगों को लगा अब भगवान तक भक्तों को पहुंचने में दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा.लेकिन लोगों की सोच तब धरी की धरी रह गई जब ये रास्ता बनकर तैयार हुआ.
पहाड़ काटकर मिट्टी से बना दी गई सड़क :सिद्ध बाबा मंदिर की ओररास्ता बनाने के नाम पर जेसीबी की मदद से सिर्फ पहाड़ के घाटों को काटा गया.इसके बाद मिट्टी को वहीं पाटकर एक कच्चा रास्ता तैयार कर दिया गया. और इस नायाब काम को करने में निगम के 50 लाख की राशि खर्च हुई. यानी 50 लाख की राशि से सिर्फ घाट की कटाई हुई.अब यदि इस जगह पर पक्की सड़क बनाना है तो सोचिए कितना पैसा लगेगा. स्थानीय लोग और नेता प्रतिपक्ष अब इस सड़क निर्माण में घोटाले का आरोप लगा रहे हैं.
सिद्ध बाबा मंदिर के लिए सड़क निर्माण में 50 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे. इस काम में जो जेसीबी लगाई गई थी वो निगम की जेसीबी थी जिसमें सिर्फ डीजल डलवा कर काम करवाया गया है.ठेेकेदार के माध्यम से नहीं काम करवाया गया. जो सीधा भ्रष्टाचार है.इसकी उच्च स्तरीय जांच करके जो भी इसमें दोषी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए -ओम प्रकाश अग्रवाल, स्थानीय निवासी
वहीं नेता प्रतिपक्ष संतोष सिंह ने इसके लिए महापौर कंचन जायसवाल को दोषी माना है. संतोष सिंह की माने तो जिस सड़क की बात हो रही है वहां 50 लाख की राशि से सीढ़ियां बननी थी.लेकिन वहां सिर्फ कटिंग करवाया गया है.
चिरमिरी में कांग्रेस के कार्यकाल में अजीबो गरीब काम हुए हैं. सिर्फ सिद्ध बाबा पहाड़ी ही नहीं बल्कि महापौर बंगला जिसे बनाने में 8 लाख रुपए खर्च हुए थे,लेकिन मरम्मत में 28 लाख रुपए की राशि खर्च की गई.इतने में डिस्मेंटल करके नई बिल्डिंग बन जाती.यही नहीं चिरमिरी में 4 करोड़ की राशि से पाइप लाइन का विस्तार होना था.राशि खर्च हो गई लेकिन किसी को पानी नहीं मिला- संतोष सिंह,नेता प्रतिपक्ष