मिसेज एशिया आइकन वर्ल्ड क्राउन विजेता माही गोस्वामी भीलवाड़ा.हाल ही में राजधानी दिल्ली में आयोजित मिसेज एशिया आइकन वर्ल्ड प्रतियोगिता की विजेता माही गोस्वामी से ईटीवी भारत ने खास बाचचीत की. इस दौरान माही ने उनकी जिंदगी से जुड़े अनूठे पहलुओं के साथ ही समाज में महिलाओं की मौजूदा स्थिति समेत अन्य कई अहम विषयों पर खुलकर अपनी बातें रखी. माही ने कहा कि अगर एक महिला कुछ ठान ले तो उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि देश का पुरुष वर्ग महिलाओं के प्रति उनकी सोच को बदले, क्योंकि आज नारी अबला नहीं, बल्कि सबला है.
दरअसल, मिसेज एशिया आइकन वर्ल्ड क्राउन विजेता माही एक रोडवेज से सेवानिवृत हुए आम कर्मचारी की बेटी हैं. माही ने सबसे पहले मिसेज इंडिया ग्लोबल अवार्ड अपने नाम किया था और अब उन्होंने मिसेज एशिया आइकन वर्ल्ड क्राउन जीतकर भीलवाड़ा का नाम रोशन किया है. वहीं, इस अवार्ड को जीतने के बाद घर पहुंची माही का उनके परिजनों ने मुंह मीठा कराके स्वागत किया.
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ईटीवी भारत से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा- ''मुझे इसकी प्रेरणा मेरे अध्यापक व अभिभावक से मिली. वहीं, आज घर में रहने वाली एक औरत भी बहुत कुछ कर सकती है. औरत सिर्फ चूल्हा-चौकी तक सीमित नहीं है, बल्कि वो भी जिंदगी में बहुत कुछ कर सकती है और देश का नाम रोशन कर सकती है.''
आगे उन्होंने बताया, ''यह प्रतियोगिता पहले श्रीलंका में आयोजित होनी थी, लेकिन श्रीलंका में कुछ प्रॉब्लम होने के कारण इसे दिल्ली में आयोजित किया गया. इससे पहले श्रीलंका में टॉप 10 प्रतिभागियों की फाइनल लिस्ट निकाली गई और फिर दिल्ली में रत्नश्री अवार्ड समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें टॉप 3 का चयन किया गया. उसमें मुझे मिसेज एशिया आइकन वर्ल्ड क्राउन से नवाजा गया.'' माही ने बताया, ''ये उनका दूसरा सपना था. इससे पहले मैं साल 2021 में मिसेज इंडिया ग्लोबल का खिताब जीती थी.''
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हालांकि, जब माही से सवाल किया गया कि शादी के बाद ज्यादातर महिलाएं निजी जिंदगी व परिवार को लेकर व्यस्त हो जाती हैं, ऐसे में आप के लिए ये कैसे संभव हुआ के जवाब में उन्होंने कहा- ''मुझे मेरे माता-पिता का सपोर्ट मिला. मेरे परिजन हमेशा मुझे मोटिवेट करते रहे. वहीं, मैं सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के साथ ही 50 हजार की फीस जमा कराके इस प्रतियोगिता में हिस्सा ली और आखिरकार मैं विजेता घोषित हुई, जो मेरे लिए बड़ी बात है.''