भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है. अधिकांश जिलों में बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं. प्रदेश में इस समय अलग-अलग तरह के चार वेदर सिस्टम सक्रिय हैं. इसके साथ ही तेज रफ्तार से चल रही इन हवाओं को बंगाल की खाड़ी से नमी भी मिल रही है. इसके चलते लगभग प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए हुए हैं साथ ही रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है. 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं हवाओं ने मौसम के मिजाज को बदल कर रख दिया है. एक बार फिर बेमौसम बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है.
मौसम में एक बार फिर बदलाव
मौसम विभाग के सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि " 24 घंटे के दौरान एक प्रतिचक्रवाती संचरण सक्रिय है इसके साथ ही तेलंगाना की तरफ से आ रही हवाएं और एक टर्फ लाइन जो इंदौर होते हुए गुजरात व अरब सागर की ओर से भी नमी आ रही है, जिसकी वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ साथ बारिश भी दर्ज की जा रही है. इसके साथ ही आज जो वेदर सिस्टम सक्रिय है उसका उत्तरी हवाओं के साथ मिलन होगा. आने वाले दिनों में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिलेगा."
24 घंटे के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने मौसम को देखते हुए अगले 24 घंटो के लिए अलर्ट जारी किया गया है जिसमें भोपाल, बैरागढ़,सीहोर,शाजापुर, विदिशा, उदयगिरि, रायसेन, सांची, खरगोन, महेश्वर, जबलपुर, भेड़ाघाट, सीधी में तेज हवाओं (70-90 किमी प्रति घंटे) के साथ ओलावृष्टि जारी रहने की संभावना है. शहडोल बाणसागर बांध, अनूपपुर, अमरकंटक और उमरिया, बांधवगढ़ के साथ-साथ सागर, दमोह, मंडला, छिंदवाड़ा डिंडोरी, सिंगरौली और बड़वानी में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि की संभावना है. इन जिलों में भी 50-70 किमी प्रति घंटे और हल्की गरज के साथ आंधी बिजली गिर सकती है. बैतूल, दक्षिण राजगढ़, आगर, देवास, उज्जैन, इंदौर, हरदा, खंडवा, ओंकारेश्वर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, बालाघाट, कटनी, उत्तरी छतरपुर, खजुराहो, उत्तरी सतना, चित्रकूट, मऊगंज, सिवनी और मैहर जिले में बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
शहडोल में भी झमाझम बारिश
शहडोल जिले में भी अचानक एक बार फिर से मौसम ने करवट बदल ली है. जिसकी वजह से ठंडक भी महसूस की जा रही है.
दोपहर बाद से ही मौसम ने अचानक करवट बदली और आसमान में घने बादल छाए और फिर झमाझम बरसात का दौर शुरू हो गया. लगभग 1 घंटे तक तेज बारिश होती रही और फिर उसके बाद रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा.