एमपी से राज्यसभा प्रत्याशियों ने दाखिल किए नामांकन, बीजेपी से 4 और कांग्रेस से 1 जाएंगे राज्यसभा - rajyasabha nominations 2024
Mp rajyasabha candidates filed nominations : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा सहित वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में चार बीजेपी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भरा.
वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में चार बीजेपी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भरा
भोपाल. 27 फरवरी को होने जा रहे राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha elections 2024) के लिए एमपी के प्रत्याशियों ने गुरुवार को नामांकन भर दिए हैं. बीजेपी से 4 और कांग्रेस से 1 प्रत्याशी राज्यसभा जाएंगे. बीजेपी से माया नारोलिया, डॉ. एल मुरुगन, उमेश नाथ महाराज और बंसीलाल गुर्जर राज्यसभा के प्रत्याशी हैं. वहीं कांग्रेस से ओबीसी समाज से आने वाले अशोक सिंह राज्यसभा पहुंचेंगे.
वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति हुआ नामांकन
बीजेपी से माया नारोलिया, डॉ. एल मुरुगन, उमेश नाथ महाराज और बंसीलाल गुर्जर कार्यालय में माल्यार्पण करने के बाद सीधे विधानसभा पहुंचे. यहां उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा सहित वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन भरा.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा सहित वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में नामांकन भरा गया.
आज नामांकन भरने की आखिरी तारीख
27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha elections 2024) होने हैं, ऐसे में आज नामांकन भरने की आखिरी तारीख है. जहां बीजेपी के चारों प्रत्याशियों ने रिटर्निग ऑफिसर के समक्ष नामांकन जमा किया तो वहीं कांग्रेस से अशोक सिंह भी विधानसभा पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 फरवरी है.
निर्विरोध चुने जाएंगे राज्यसभा सदस्य
एमपी से माया सिंह राज्यसभा सांसद रहीं थीं. उनके बाद बीजेपी महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष रहीं माया नारोलिया को राज्यसभा भेजने का पार्टी ने फैसला लिया है. एक तरह से ये संदेश भी दिया है कि बीजेपी आधी आबादी को सत्ता में पूरी भागीदारी देने की पक्षधर है. इससे पहले 2022 में जबलपुर से कविता पाटीदार को बीजेपी ने राज्यसभा भेजा था. कविता काफी लो-प्रोफाइल कैंडिडेट थी और काफी चर्चाओं में भी रही थीं.
एल मुरुगन को दोबारा मौका
केन्द्रीय मंत्री एल मुरुगन पहले भी एमपी के कोटे से ही राज्यसभा में हैं. तमिलनाडू से आने वाले मुरुगन इस बार भी एमपी से ही राज्यसभा में रहेंगे. बीजेपी ने उन्हें दोबारा मौका दिया है. हालांकि, पार्टी ने इस बार राज्यसभा में नए चेहरों को भी तरजीह दी है. इस लिहाज से मुरुगन उन चुनिंदा नेताओं में से है जिन्हें दोबारा राज्यसभा भेजने का फैसला पार्टी ने लिया है.
किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं बंसीलाल
भाजपा की रीति नीति किसानों के बीच पहुंचाते रहे बंसीलाल गुर्जर पार्टी के मजबूत किसान नेता हैं. बंसीलाल गुर्जर इस समय बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. बंसीलाल गुर्जर ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष से लेकर किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तक कई जिम्मेदारियां संभालीं. खास बात ये है कि विधानसभा चुनाव से लेकर लोकसभा और फिर राज्यसभा में भी बंसीलाल गुर्जर का नाम ऐन वक्त पर कटता रहा है. लेकिन, इस बार उनकी ट्रेन पटरी पर आ ही गई.
उज्जैन के वाल्मीकि धाम के संत उमेश नाथ महाराज ने भी भरा नामांकन
वाल्मीकि समाज से बड़े संत हैं उमेश नाथ
उज्जैन के वाल्मीकि धाम के संत उमेश नाथ महाराज को बीजेपी ने राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया. उमेश नाथ महाराज उज्जैन में आश्रम चलाते हैं. इस आश्रम पर बीजेपी नेताओं का आना-जाना लगा रहता है. वह वाल्मीकि समाज के बड़े संत हैं. साल 2016 में उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ में गृह मंत्री अमित शाह ने वाल्मीकि घाट पर साधु-संतों के साथ स्नान किया था. पूरे मालवा-निमाड़ में उमेश नाथ महाराज का अच्छा प्रभाव माना जाता है. उमेश नाथ से संघ प्रमुख प्रमुख मोहन भागवत भी आशीर्वाद ले चुके हैं. उनकी संघ से नजदीकी के कारण टिकट दिया गया है. बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी उमेश नाथ महाराज के संबध हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी अशोक सिंह को राज्यसभा प्रत्याशी घोषित कर दिया है. अशोक सिंह मूलरूप से ग्वालियर के रहने वाले हैं. वे अभी प्रदेश कांग्रेस में कोषाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं. इससे पहले अशोक सिंह ग्वालियर से दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं.