भोपाल। यदि आप डायबिटिक हैं और इस डर से आप आम नहीं खाते तो इस डर को साइड में रखकर मध्य प्रदेश का एक खास आम सुंदरजा खूब खा सकते हैं. इसे खाने से आपकी डायबिटीज बढ़ेगी नहीं, क्योंकि इस आम में शुगर की मात्रा 5 फीसदी से भी कम होती है. इसकी डिमांड विदेश तक है. सुंदरजा सहित प्रदेश के कई आम की वैरायटी के स्वाद के दीवाने विदेशों में भी हैं. इसमें छिंदवाड़ा के पातालकोट का जरदालू, आम्रपाली, तोतापरी, केसर, राजापुरी जैसे कई आम हैं. आमों की इन तमाम खास किस्मों को भोपाल में शुरू हुए मैंगो फेस्टिवल में लाया गया है.
थोक में खरीदें, कई दिनों तक खाएं
भोपाल के विट्टन मार्केट में लगाए गए मैंगो फेस्टिवल में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में होने वाले खास आमों को किसान बेचने के लिए लाए हैं. नाबार्ड के सहयोग से इस फेस्टिवल में विंध्य क्षेत्र के पहचान बन चुका सुंदरजा आम है, तो पातालकोट का जरदालू. सुंदरजा आम मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र के रीवा, गोविंदगढ़ में होता है. इस आम को अपनी खुशबू और गुणों के चलते जीआई टैग भी मिल चुका है. इसमें शुगर की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए इसे डायबिटीज पेशेंट भी खा सकते हैं. इस आम को लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है. इस आम की सुगंध के दीवाने विदेश में भी हैं.
कई वैरायटी के आम आए
मैंगो फेस्टिवल में सुंदरजा आम के अलावा जरदालू, आम्रपाली, तोतापरी, केसर, राजापुरी आम भी आए हैं. जरदालू आम छिंदवाड़ा तामिया से किसान लेकर आए हैं. किसान संजय बोहड बताते हैं कि अधिकांश आम बड़े खरीदार खेत से ही आम की बोली लगाकर ले जाते हैं. यह आम दिल्ली, मुंबई से लेकर विदेश तक बेचा जाता है. यह आम साइज में बड़ा होता है, लेकिन इसकी गुठली छोटी होती है. जिससे इसमें पल्प ज्यादा मिलता हैं.
यहां पढ़ें... |