बालाघाट। लोकसभा चुनाव के 1 जून को अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के बाद मीडिया ने एग्जिट पोल जारी किए है. जिसमें ने भाजपा को बढ़त दिखा रही है.
वहीं कांग्रेस ने एग्जिट पोल के माध्यम से चुनाव परिणाम को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि यह एक तरह से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और उसके नेताओं का मनोबल तोड़ने का कुत्सित प्रयास है, जो कभी कामयाब नहीं होगा.
कांग्रेस विधायक का आरोप
एग्जिट पोल के बाद कांग्रेस ने मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है. कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक संजय उईके ने कहा कि 'इस चुनाव में चुनाव आयोग की भूमिका निष्पक्ष नहीं रही. जिससे चुनाव भी निष्पक्ष नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने इस चुनाव में समाज, धर्म और वोटों की अपील की है, उस पर चुनाव में प्रतिबंध के बावजूद आयोग ने इसका संज्ञान नहीं लिया. जिससे चुनाव, निष्पक्ष नहीं हो सका है.
उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल, जिस तरह से भाजपा के पक्ष में दिखाए जा रहे हैं. उससे लगता है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के फिगर को प्रमाणित किया जा रहा है. जिससे मतगणना की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े होते हैं. उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी, महंगाई, किसान और महिला अत्याचार ऐसे कई मुद्दे हैं. जिस पर जनता ने वोट किया है, लेकिन एग्जिट पोल में लगता है कि यह मुद्दे नगण्य थे और इसका चुनाव में कोई रोल ही नहीं था.'
एग्जिट पोल के जरिए बना रहे मानसिक दबाव
कांग्रेस विधायक उइके ने कहा कि मीडिया के एग्जिट पोल, चुनाव परिणाम के पहले एक माहौल तैयार करने और इससे काम पर लगे लोगों पर मानसिक दबाव बनाना है. उइके ने कहा कि हमें चुनाव में की गई मतदाताओं और नेताओं की मेहनत पर पूरा विश्वास है. कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता ने बूथ तक मेहनत की है. उन्होंने दावा किया कि बालाघाट-सिवनी लोकसभा सीट पर कांग्रेस अच्छे वोटों से जीतने जा रही है. हमें जनता का आशीर्वाद मिला और अनुकुल माहौल बना. हमें पूरा विश्वास है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से देश में कांग्रेस को लेकर माहौल बना और देश की जनता ने इंडिया गठबंधन को अपना समर्थन दिया है. हमें पूरा विश्वास है कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है.