सतना:प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले हुई भगदड़ में करीब 30 श्रद्धालुओं की मौत और कई घायल हो गए. इस घटना का देखते हुए उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश प्रशासन एक्शन मोड में है. प्रयागराज में बढ़ रही भीड़ और भगदड़ को देखते हुए एमपी-यूपी बार्डर को सील कर दिया गया है. ऐसे में हजारों की संख्या में वाहनों का लंबा जाम लग गया है. रीवा के बाद सतना जिले में भी रीवा जाने वाले रास्ते पर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की रोक दिया है.
सतना के बेलो गांव में श्रद्धालुओं को रोका
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर शाही स्नान करने के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. जहां स्नान से पहले मंगलवार और बुधवार की रात अचानक भगदड़ मच गई. घटना में 30 लोगों की मौत हो गई. घटना की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश प्रशासन ने बैठक कर महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को रोक दिया है. सतना जिले की अगर बात करें तो सतना से रीवा की ओर जाने वाले वाहनों को बेला ग्राम में तालाब किनारे खाली मैदान में रोक दिया गया है.
श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्था
सड़क किनारे बस और चार पहिया वाहनों की पार्किंग करवा दी गई है. प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के खाने-पानी के साथ रुकने की व्यवस्था कराई गई है. जिससे लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. लोग भी प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास भी आगे जाने का कोई रास्ता नहीं है. लोगों को प्रशासन द्वारा खाना-पीना और रुकने की व्यवस्था कराई गई है. सभी से प्रयागराज महाकुंभ अभी न जाने की अपील की जा रही है.